फूलपुर दशहरा में जमकर चला तीर , तलवार हुआ राम रावण युद्ध, धू धू कर जला 40 फीट ऊंचा रावण का पुतला, जय श्री राम के नाम के लगे जयकारे
रिपोर्ट…आर हुसैन
फूलपुर, आजमगढ़ । मंगलवार को दशमी (दशहरा) के पावन पर्व पर नगर स्थित रामलीला मैदान में राम रावण युद्ध में धनुष बाण तीर तलवार जमकर चले दशहरा के इस युद्ध में राम एवं रावण पक्ष के साओ में ज़बरदस्त भिड़ंत हुई जिसके बाद एक के बाद एक रावण के सैनिक वी धनुर्धर वीर मारे जाते रहे, बीच-बीच में रावण को हनुमान सुग्रीव द्वारा सत्य के मार्ग पर चलकर श्री राम के शरण में जाने के लिए कहा गया लेकिन अपने अहंकार के मद में चूर रावण ने पूरे दानवी व रावण परिवार का श्री राम के हाथों उद्धार करवा दिया। भगवान श्री राम के वन गमन के समय मां सीता का हरण करने के बाद छिड़े संघर्ष में रावण वध के बाद उसका पुतला धू- धूं कर जल उठा। पुतला जलते ही इस दौरान जय श्रीराम के जयकारे से पूरा कस्बा गूंज उठा। असत्य पर सत्य की जीत होते ही चारो तरफ खुशी छा गई।
इसके बाद निकली विजय यात्रा में शामिल लोग प्रभु श्री राम के दर्शन के लिए सड़क के दोनों पटरियों पर हाथ जोड़े खड़े रहे। मंगलवार को फूलपुर के रामलीला मैदान में राम रावण युद्ध को देखने को दर्शकों, श्रद्धालुओ का जन सैलाब उमड़ पड़ा। दशहरा कमेटी की ओर से रावण के प्रतीक रूप में 40 फुट का विशालकाय पुतला बनाया गया था। घण्टो राम रावण युद्ध चलने के बाद जैसे जैसे सूर्यास्त नजदीक आता गया वैसे वैसे इस युद्ध मे लोगो की रोचकता बढ़ती गई। देर शाम श्री राम ने लक्ष्य साध कर रावण की नाभि में तीर मारा इसके बाद पुतले में आग लगाते ही रावण का पुतला धूं धूं कर तेज आवाज के साथ जल उठा। मैदान में खड़ी भीड़ के द्वारा लगाए गए जय श्रीराम के जयकारे से पूरा नगर राममय हो उठा।
इसके बाद फूलपुर कस्बा में विजय जुलूस निकाला गया, दशहरे के युद्ध के जुलूस में घोड़े पर सवार खंदूषण सहित आदि राक्षस वीरों को लोग देखते रह गए वहीं खूनी के रूप में आए दो कलाकारों को देख लोग भयभीत होकर इधर-उधर भागने लगे , मां काली जी के रूप में कलाकार ने लोगों को साक्षात काली जी का भव्य रूप दर्शन कराया, तो दशानन की रथ पर सवारी के दौरान हाहाकार के आवाज गुंजयमान हो गया, श्री राम जी के युद्ध विजय के बाद माता सीता संग निकले शोभा यात्रा को पूरे नगर में भ्रमण कराया गया जगह जगह प्रभु श्रीराम की आरती उतारी गई। दशहरा कमेटी के संयोजक अभय सिंह लालू और प्रिंस कुमार पांडेय ने मेला में आये श्रद्धालुओं का आभार प्रकट किया, राकेश विश्वकर्मा ने संचालन किया तो वहीं कमेटी के संरक्षक अजय जायसवाल, प्रेम कुमार पांडेय सहित आदि लोग रहे।
