उन्मादियों का बवाल….
फूलपुर एक्सप्रेस/ उत्तराखण्ड
हल्द्वानी। जिले के बनभूलपुरा में मालिक के बाग मोहल्ले में जिस तरह से संगठित होकर षड्यंत्र रचकर पुलिस कर्मियों पत्रकार नगर पालिका कर्मचारी आदि पर हमले किए गए यह पूरी तरीके से अत्यंत निंदनीय और दुस्साहस पूर्व कार्य हुआ, इस दौरान दंगे में जहां साठ से अधिक लोग घायल हुए तो वहीं पांच लोगों के मौत के भी खबर है, फिलहाल तीन मृतकों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त नहीं हुई है, इस बवाल में सर्वाधिक महिला पुलिस कर्मियों को चोटें आई है और वही प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उन्मादी भीड़ में धार्मिक नारे लगाते हुए थाने के अंदर मौजूद पत्रकारों पुलिसकर्मियों आदि लोगों को जलने के लिए पूरा प्रबंध प्रयास किया गया, जहां छत से पत्थर पेट्रोल बम व कपड़ों में आग जलाकर फेंकी जा रही थी तो वहीं मलिक के बाग मुहल्ले के गलियों में भी जाम लगाकर पत्थर बाजी की जा रही थी साथ ही कुछ लोगों का कहना है कि कुछ उन्मादी भीड़ में सामिल लोग देसी बंदूक के कट्टे भी लिए थे जिससे वह फायर कर रहे थे, इस संबंध में डीजीपी ने बताया कि साजिश के तहत यह हिंसा की गई है, आरोपियों पर एन एस ए लगाए जाएंगे और कठोर कारवाही होगी, फिलहाल प्रभावित क्षेत्रों में कर्फ्यू सहित धारा 144 लगाई गई है और इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है जबकि स्थितियां तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है।
दिन में भीड़ नारेबाजी शाम में अगजनी
उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभूलपुरा, मालिक के बाग मोहल्ले में गुरुवार शाम हिंसा भड़क उठी जब पहले से चिह्नित स्थल पर अतिक्रमण हटाने का काम हो रहा था, तभी पथराव शुरू हो गया और शाम से रात होते होते हालत इस कदर बिगड़ गए कि तीन दर्जन लोगों के घायल होने से लेकर आज तक पांच की मौत का आंकड़ा पार हो गया और कुछ लोगों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है,
पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि एक विशेष समुदाय(मुसलमान) के पथराव और आगज़नी के कारण क़ानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई और आम लोगों के साथ-साथ सरकारी संपत्ति का भी नुक़सान हुआ,
उत्तराखंड प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है।
जानकारी के अनुसार के अनुसार, बनभूलपुरा में कोर्ट से प्राप्त आदेश के बाद पुलिस ग़ैरक़ानूनी तरीके से बने एक मदरसे को तोड़ने का काम करवा रही थी तभी स्थानीय लोगों ने भीड़ के रूप में आ कर मजहबी नारे बाजी सुरु कर दि , जिसमे बुर्का पहनी महिलाओं की संख्या अधिक थी, आगज़नी शुरू कर दी और पत्थर फेंके. शाम से रात होते-होते बवाल और बढ़ता गया चारों तरफ आज की लपटे उठ रही थी और एक डरावना मंजर सामने दिख रहा था, जहां थाने में मौजूद पत्रकारों व पुलिस कर्मियों को थाने के अंदर ही बंद करके जलाने का प्रयास किया गया तो वही कुछ प्रत्यक्ष सदस्यों के अनुसार कुछ युवाओं के हाथ में देसी बंदूक , कट्टे भी देखे गए जिससे वह फायर कर रहे थे, कोर्ट के आदेश पर मदरसे को हटाने के काम में नगरपालिका के कर्मचारी और पुलिसकर्मी शामिल हुए थे. सरकारी आंकड़ों, प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार, बनभूलपुरा इलाक़े में भड़की हिंसा में कम से कम 60 लोग ज़ख़्मी हुए हैं।
हिंसा के दौरान आगजनी की तस्वीरें
रात्रि में घटना के दौरान नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने कहा हिंसा में दो लोगों की मौत हुई है(अब पांच) उन्होंने कहा कि हल्द्वानी में कर्फ्यू लगा दिया गया है, जो अगले आदेश तक जारी रहेगा, उन्होंने कहा कि हिंसक भीड़ ने कई वाहन जला दिए हैं, जिनमें ज़्यादा दोपहिया हैं. इनकी संख्या के बारे में फ़िलहाल स्पष्ट रूप से कुछ कहा नहीं जा सकता है, हिंसा में एक दर्जन पत्रकारों समेत कई पुलिसकर्मी और नागरिक प्रशासन के लोग भी घायल हुए हैं,जिसमे महिला पुलिस कर्मियों की संख्या भी अधिक रही।
सुरक्षा स्थिति को देखते हुए केंद्रीय सुरक्षाबलों की चार बटालियन समेत आस-पास के ज़िलों से पुलिस बल को गुरुवार शाम को ही हल्द्वानी बुला लिया गया था.
इलाक़े के एसएसपी प्रह्लाद मीणा ने कहा है कि मदरसा सरकारी ज़मीन पर अवैध रूप से बना था और इसे तोड़ने का नोटिस पहले ही दिया जा चुका था.
सीएम ने क्या कहा?
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है गुरुवार को दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है.मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “सीएम ने हल्द्वानी के बनभूलपुरा में अवैध निर्माण को हटाए जाने के दौरान पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों और कार्मियों पर हुए हमले तथा क्षेत्र में अशांति फैलाने की घटना को गंभीरता से लिया है.”
“सीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में किसी को भी क़ानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने की छूट नहीं दी जानी चाहिए. प्रशासनिक अधिकारी निरंतर क्षेत्र में क़ानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कोशिश कर रहे हैं.”
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “जिलाधिकारी ने फ़ोन पर मुख्यमंत्री को बताया है कि अशांति वाले क्षेत्र बनभूलपुरा में कर्फ्यू लगाया गया है और स्थिति को सामान्य बनाए रखने के लिए दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं.”