पुलिस को मिली सफलता…….
फूलपुर एक्सप्रेस
जौनपुर। चर्चित पत्रकार हत्या काण्ड मामले में पुलिस ने एक आरोपी को मुड़भेड़ के दौरान मार गिराया। आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या के आरोपी प्रिंस सिंह को पुलिस ने बुधवार को मुठभेड़ में ढेर कर दिया है. पुलिस के अनुसार चेकिंग के दौरान दो लोगों को रोका गया. लेकिन उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी. पुलिस ने सरेंडर करने के लिए कहा लेकिन वो माने नहीं. इस दौरान दारोगा विवके तिवारी के हाथ में गोली लग गई. वहीं कांस्टेबल राम जन्म यादव को भी गोली लगी. लेकिन बुलेट प्रूफ जैकेट के कारण वो बच गए. जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश को कई गोलियां लगी और वो घायल हो गया. उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. मरने वाले बदमाश की पहचान प्रिंस सिंह के रूप में हुई.
जौनपुर जिले के खेतासराय के सोंगर पुलिया के पास जिले की पुलिस को बड़ी सफलता मिली। यहां मुठभेड़ में अंतरजनपदीय आतंक का पर्याय बन चुके एक लाख के इनामिया अपराधी को ढेर कर दिया गया। अपराधी के खिलाफ खेतासराय, सरपतहां, बक्शा, बदलापुर, स्वाट, स्पेशल स्वाट व सर्विलांस पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की है। उसके कब्जे से तमंचा, कारतूस व बाइक बरामद हुआ।
पुलिस के कथन अनुसार पुलिस टीम द्वारा खेतासराय सोंगर से आगे पुलिया के पास मंगलवार की रात्रि वाहनों की चेकिंग की जा रही थी। इस दौरान एक बाइक को रोका गया परंतु चालक पुलिस पर फायरिंग कर सोंगर की तरफ भागने लगे। पुलिस टीम द्वारा सोंगर पुलिया के पास बदमाशों को घेर लिया गया। उन्हें आत्म समर्पण के लिए कहने पर अपराधी द्वारा पुलिस टीम को जान से मारने की नीयत से लक्ष्य बनाकर फायरिंग की गई। जिसमें उप निरीक्षक विवेक तिवारी के हाथ में व निरीक्षक रामजन्म यादव के बुलेट प्रूफ जाकेट पर गोली लगी।
जवाबी कार्यवाही में पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षा में चलाई गई गोली एक अपराधी को लगी, जिससे वह घायल हो गया। इस दौरान उसका एक साथी अपराधी अंधेरे का लाभ उठाकर भागने में सफल हो गया। घायल अपराधी को पुलिस टीम द्वारा इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मारे गए अपराधी की पहचान प्रशांत सिंह उर्फ प्रिंस सिंह निवासी ईश्वरी नेवादा थाना सरायख्वाजा के रूप में हुई। बरामदगी के आधार पर मुकदमा दर्ज कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है। प्रशांत के खिलाफ जौनपुर व प्रदेश के अन्य जनपदों महाराष्ट्र के मुंबई समेत कई राज्यों में हत्या व लूट पाट जैसे जघन्य 37 अपराधिक मामले दर्ज हैं।
13 मई को हुई थी पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या
सुबह लगभग 9.30 बजे वो अपने घर से बाजार जा रहे थे, तभी उनको गोली मार दी गई थी. पत्रकार के घरवालों ने पुलिस को बताया था कि आशुतोष श्रीवास्तव ने एक महीने ही शाहगंज पुलिस को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की थी. लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई थी. जिसके बाद हत्यारे ने इस पत्रकार की हत्याकांड को अंजाम दिया था