मेंटर्स एडुसर्व टैलेंट रिवार्ड एग्जाम मीटर के द्वारा सम्मानित हुई प्रतिभा

(ब्यूरो चीफ / चेतन सिंह) सहरसा में ईस्टर्न इंडिया के सर्वोत्तम कोचिंग संस्थान मेंटर्स एडुसर्व द्वारा सूबे के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए मेंटर्स एडुसर्व टैलेंट रिवार्ड एग्जाम (मीटर) आयोजित किया गया था। मीटर परीक्षा में शामिल हुये जिले के कक्षा 5वीं से 11वीं तक के विद्यार्थियों के परिणाम की घोषणा मेंटर्स एडुसर्व द्वारा आयोजित मीटर सेमिनार में किया गया। सेमिनार में मेंटर्स एडुसर्व के निदेशक आनंद कुमार जायसवाल ने इंजीनियरिंग एवं मेडिकल परीक्षाओं की तैयारी करने के सही तरीके से संबंधित मेंटर्स फर्मूले को उपस्थित विद्यार्थियों एवं अभिभावको को बताया। उन्होंने यह भी बताया कि सहरसा सेंटर में कक्षा 6वीं से 12वीं एवं 12वीं पास विद्यार्थियों के लिए जेईई, नीट या फाउण्डेशन कोर्स के लिए नामांकन प्रक्रिया जारी है।

मेंटर्स एडुसर्व विन्टर हेड – डॉ मुकेश कुमार सिंह नें बताया कि मीटर परीक्षा में शामिल हुये विद्यार्थियों को अपने राज्य भर के मेधावी विद्यार्थियों के साथ प्रतियोगिता का अवसर मिला। मीटर से चयनित प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को संस्थान की ओर से लगभग 28 करोड़ तक की छात्रवृति एवं प्रोत्साहन पुरस्कार दिये जाऐंगे, जिसमें 16 करोड़ तक की छात्रवृति, 4.5 करोड़ तक का प्रोत्साहन नकद पुरस्कार एवं छात्र-छात्राओं के आवासीय व्यवस्था पर 7.5 करोड तक की छात्रवृति दिये जाएँगे। संस्थान द्वारा दिए जाने वाले प्रोत्साहन पुरस्कार एवं छात्रवृति की सुविधा में कुल 1600 विद्यार्थियों का चयन किया जाएगाए जिसमें कक्षा 5वीं के 200, कक्षा 6वीं के 200, कक्षा 7वीं के 200, कक्षा 8वीं के 200, कक्षा 9वीं के 200, कक्षा 10वीं के 500 एवं कक्षा 11 वीं के 100 विद्यार्थी होंगे। इसके आलावा भी काफी सारे प्रतिभावान विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई है।

श्री जायसवाल का कहना है कि मेंटर्स एडुसर्व टैलेंट रिवार्ड एग्जाम मीटर से चयनित विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग एवं मेडिकल की तैयारी मेंटर्स एडुसर्व संस्थान की ओर से राष्ट्रीय स्तर के अनुभवी शिक्षकों की टीम कराएगी।श्री सिंह नें कहा बच्चे अगर अच्छी सफलता पाना चाहते हैं तो उसके लिए कठिन एवं कठोर परिश्रम आवश्यक है। वहीं पढ़ाई के साथ-साथ बार-बार प्रैक्टिस भी आवश्यक है।पढ़ाई की तकनीकी एवं सही तरीका केवल मार्क्स के लिए पढ़ाई नहीं करनी है अपितु सब्जेक्ट का नॉलेज हासिल करना है।उन्होंने कहा कि मेंटल का उद्देश्य है बच्चे अच्छा रिजल्ट लायें। उन्होंने कहा कि अब बच्चों को कोटा जाने की जरूरत नहीं है अब सहरसा में ही रहकर मेंटर्स के द्वारा अच्छी तैयारी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि 13 साल से मेंटर्स अच्छे रिजल्ट देने में कामयाब रहा है जिसके कारण आज गरीब घर के कई लड़के विदेशों में नौकरी कर अपनी सपनों को हकीकत में जी रहे है।इस अवसर पर राहुल राजा, कोऑर्डिनेटर विशाल सिंह सहित बड़ी संख्या मे छात्र छात्राएं एवं अभिभावक मौजूद रहें।

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