



सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के खेल मैदान में विहिप की चार प्रांतों से निकली शौर्य यात्रा का समापन…
वाराणसी। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेंद्र जैन नें कहा कि काशी में सनातन संस्कृति प्राचीन काल से बेहद समृद्ध रही है। भारत में मुस्लिम आक्रांताओं नें बार-बार हिंदू और सनातन संस्कृति को मिटानें की पूरी कोशिश की लेकिन वह खुद ही मिटते चले गए। हिन्दुत्व भारत की आत्मा में रचा बसा है। इसे मिटानें की सोच रखनें वाले आगे भी स्वयं मिट जाएंगे।
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के खेल मैदान में आयोजित विशाल सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर शान से बन रहा है। अब तो ऐसा लग रहा है कि काशी में भी नन्दी का इंतजार खत्म होनें वाला है, क्योंकि बाबा विश्वनाथ जी अपनी धरती को कभी छोड़नें वाले कदापि नहीं है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ हिंदू विरोधी हमसे पूछते हैं कि आखिर हिंदुत्व या सनातन कितनी पुरानी संस्कृति है तो उनकी मूढ़ता पर हंसी आती है। दरअसल उन्हें जर्मनी के उस वैज्ञानिक से सीख लेनी चाहिए जिसने अपनी पुस्तक में लिखा है सनातन संस्कृति इतिहास लिखे जानें के बहुत पहले से ही विद्यमान है।
डॉ सुरेन्द्र जैन नें कहा कि हिंदू समाज को इजराइल में आतंकी संगठन हमास के हमले से भी सीख लेनी होगी। ऐसे लोग कभी भी आपके लिए भी गंभीर खतरा उत्पन्न कर सकते हैं, इसलिए सर्वदा सतर्क और संगठित रहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत में कुछ लोग आतंकी संगठन हमास का समर्थन करते दिख रहे हैं, यह कदापि भारत हितैषी नहीं हो सकते। उन्होंने काशी की प्राचीन संस्कृति, सभ्यता पर चर्चा करते हुए बताया कि काशी नगरी बाबा भोले के त्रिशूल पर बसी है। वेद, पुराणों में इसका जिक्र है। यह वही धरती है जहां जैन धर्म के चार तीर्थंकर हुए तो भगवान बुद्ध नें पांच शिष्य को धर्म का उपदेश दिया। काशी में ही महान संत रविदास हुए तो कबीर दास की जन्मस्थली भी काशी है। उन्होंने दयानिधि, स्टालिन सहित ऐसे अन्य लोगों को निशानें पर लेकर कहा कि हिंदुत्व के खिलाफ बोलते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के पूर्वज भी हिंदुत्व और सनातन की ही पूजा करते थे आज भले वोट के लिए तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि हरियाणा के नूंह जैसी घटना फिर दोहराई गई तो इस बार हिंदू समाज भी इसका करारा जवाब देगा। जनसभा में अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती नें कहा कि कुछ लोग इजराइल में क्रूर हमला करने वाले आतंकी संगठन हमास का भारत में समर्थन कर रहे हैं ऐसे लोग तो भारत हितैषी कदापि नहीं हो सकते। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री और उसके समर्थक नेताओं को निशानें पर लेते हुए कहा कि जातिगत जनगणना के बहाने हिंदुओं को अलग-अलग बांटनें का कुचक्र रचा जा रहा है, ऐसे लोगों को शर्म आनी चाहिए। देश के हिंदू उनकी चाल को समझ रहे हैं ऐसे झांसे में कदापि आनें वाले नहीं है।
जनसभा में संत रविदास मंदिर के महंत भारत भूषण महाराज नें कहा कि मुस्लिम आक्रांताओं नें भारत के हिंदुओं पर बहुत जुर्म ढाया है, तब हिंदू समाज भी एकत्रित नहीं था। विहिप के क्षेत्रीय संगठन मंत्री गजेंद्र नें कहा की देश में हिंदुओं के खिलाफ विधर्मी लगातार षड्यंत्र रचते रहते हैं। हिंदू समाज को चेतना जागृत कर स्वयं से मजबूत होना होगा। याद रहे कोई सत्ता या सरकार हिंदुओं की रक्षा नहीं कर सकती हमें अपनें बल पर खुद भी लड़ना होगा।
अन्नपूर्णा मठ मंदिर के महंत शंकरपुरी महाराज नें कहा कि अब भी समय है हिंदुओं संगठित और एक हो जाओ वरना पश्चाताप करोगे। जनसभा में शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती नें आशीर्वचन दिया। जनसभा का संचालन क्षेत्रीय सत्संग प्रमुख दिवाकर नाथ त्रिपाठी नें किया।
सभा में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर नागेंद्र पांडेय, मेयर अशोक तिवारी, क्षेत्रीय सेवा प्रमुख राधेश्याम द्विवेदी, पूर्व पुलिस महानिरीक्षक एवं प्रांत अध्यक्ष कविंद्र प्रताप सिंह, पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह, विधायक सुशील सिंह, काशी प्रांत के संगठन मंत्री नितिन, प्रांत मंत्री कृष्ण गोपाल, काशी प्रांत के सह विशेष सम्पर्क प्रमुख सत्य प्रकाश सिंह, प्रांत संयोजक सत्य प्रताप सिंह, प्रांत प्रचार प्रमुख अश्वनी मिश्रा, काशी महानगर अध्यक्ष कन्हैया सिंह, जिला अध्यक्ष राजेश पांडेय आदि की भी मौजूदगी रही।
