महाकुंभ 2025 में प्रयागराज में शराब-मांस की बिक्री बैन रहेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे लेकर फरमान जारी किया है…
फूलपुर एक्सप्रेस
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ 2025 की तैयारियां जोरो-शोरों से चल रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ का लोगो, वेबसाइट और मोबाइल ऐप लॉन्च कर चुके हैं। महाकुंभ मेला 14 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 तक चलेगा। इस साल पहला शाही स्नान 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन और दूसरा 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन होगा। इस मेले में देश-दुनिया से श्रद्धालु आकर पवित्र गंगा में आस्था की डुबकी लगाएंगे।
महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को एक बैठक बुलाई थी। इस बैठक में 13 अखाड़ों, खाक चौक, दंडी बाड़ा और आचार्य बाड़ा के प्रतिनिधियों न हिस्सा लिया था। इसमें उन्होंने फरमान जारी किया कि महाकुंभ 2025 के दौरान पूरे 2 महीने प्रयागराज में मांस और शराब की बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी। इस आदेश का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसलिए लोगों की धार्मिक आस्था और भावनाओं का ख्याल रखते हुए इस आदेश का दिल से सम्मान करें और इसे दिल से मानें।
प्रदेश सरकार की ओर से इस फरमान से संबंधित प्रेस विज्ञप्ति भी जारी कर दी गई है। बैठक में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने आश्वासन दिया कि महाकुंभ के दिनों में ब्रह्मलीन होने वाले साधु-संतों की समाधि के लिए जमीन जल्दी ही आरक्षित कर दी जाएगी। उत्तर प्रदेश में गोहत्या अपराध है और इस अपराध को करने वाले को कड़ी सजा दिए जाने का प्रावधान है। प्रदेश में 14 लाख से ज्यादा गोवंश संरक्षित हैं। साधु संतों, संन्यासियों, आचार्यों से अनुरोध है कि वे कानूनन सत्यापन करने के बाद किसी को आश्रम में प्रवास करने की अनुमति प्रदान करें।
महाकुंभ 2025 की वेबसाइट http://kumbh.gov.in है। Mahakumbhmela 2025 मोबाइल ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। महाकुंभ के लोगो पर सर्वसिद्धप्रद: कुम्भ: और प्रयागराज महाकुंभ 2025 लिखा है। प्रदेशवासियों से अपील है कि वे महाकुंभ की भव्यता और विशालता बढ़ाने में सरकार को सहयोग करें। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो और किसी तरह कोई हादसा या घटनाक्रम न होने पाए, इसके लिए प्रदेश पुलिस और वॉलंटियर्स 24 घंटे सतर्क रहें।
रिपोर्ट… ब्यूरो कार्यालय प्रयागराज