कृषक उत्पादक संगठनों की क्षमता में वृद्धि हेतु सभी सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए……
फूलपुर एक्सप्रेस
आजमगढ़। 09 सितम्बर– जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार विभाग, उत्तर प्रदेश कृषि निर्यात नीति-2019 से संबंधित कृषि निर्यात जागरूकता कार्यक्रम और क्लस्टर सुविधा इकाई की बैठक आयोजित की गयी।
जिलाधिकारी ने निर्यात नीति के अनुसार आंवला के स्थान पर मोरिंगा (सहजन) हरी सब्जियां को शामिल कराने का निर्देश दिया। उन्होने उत्पादों के निर्यात हेतु लाइसेंस बनवाने के लिए हॉर्टिकल्चर एवं एपीडा से किसानों को संपर्क कराने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी द्वारा निर्यात हेतु लेमनग्रास इत्यादि औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा देने हेतु निर्देशित किया गया। बैठक में आए हुए कृषकों एवं कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) से उनकी समस्याओं को जानकर उनका निराकरण कराने हेतु संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने उप कृषि निदेशक को निर्देश दिया कि अपने विभाग में एफपीओ की सहायता के लिए एक नोडल अधिकारी नामित करें, जो एफपीओ की समस्याओं का निस्तारण करायें। साथ ही कृषक उत्पादक संगठनों की क्षमता में वृद्धि हेतु सभी सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। उन्होने समस्त एफपीओ से कहा कि सहायता के लिए निवेश मित्र पोर्टल का भी उपयोग कर सकते हैं।
ज्येष्ठ कृषि विपणन निरीक्षक डॉ0 अखिलेश चंद्र यादव द्वारा जनपद के निर्यातकों और कृषि उत्पादक समूहों के साथ संवाद किया गया तथा नीति में इंगित प्रोत्साहन राशि, क्लस्टर निर्माण, नव सम्मिलित ग्लोबल गैप, ऑर्गेनिक प्रमाणीकरण इत्यादि से संबंधित प्रक्रिया एवं प्रपत्रों की जानकारी प्रदान की गईं। उन्होने बताया कि कृषि क्षेत्र में निर्यात को बढ़ाते हुये कृषकों/कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ/एफपीसी) एवं अन्य हितधारकों की आय को पर्याप्त रुप से बढ़ाना तथा कृषि अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करना उ०प्र० कृषि निर्यात नीति-2019 का मुख्य लक्ष्य है। उ०प्र० कृषि निर्यात नीति-2019 के अन्तर्गत कार्य करने वाले एफ०पी०ओ०/एफ०पी०सी०/निर्यातक को प्रोत्साहित करने हेतु अनुदान/ प्रोत्साहन राशि दिये जाने की व्यवस्था की गयी है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य क्लस्टर आधारित खेती को बढ़ावा देना, प्रत्येक क्लस्टर को एफ०पी०ओ०/एफ०पी०सी० के पंजीकरण हेतु प्रोत्साहित करना, क्लस्टर बनाते हुए क्लस्टर पद्धति के माध्यम से निर्यात को बढ़ाना एवं मुख्य विभागों/निर्यातकों/कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ/एफपीसी) के बीच क्लस्टर स्तरीय समन्वय स्थापित करना है।
एपिडा से श्री आनंद जी द्वारा निर्यात संबंधित टेक्निकल एवं उपलब्ध सब्सिडी संबंधित जानकारी से अवगत कराया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी परीक्षित खटाना, उप कृषि निदेशक श्री मुकेश कुमार, जिला कृषि अधिकारी डॉ0 गगनदीप सिंह, ज्येष्ठ कृषि विपणन निरीक्षक डॉ0 अखिलेश चन्द्र यादव, एपीडा वाराणसी से आनन्द झा एवं जनपद के समस्त कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।