दिल्ली/काठमांडू।भारत की राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए। भूकंप में नेपाल में अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, हाला की यह कोई अधिकृत आंकड़ा नही है । वही 150 से अधिक लोगों के गम्भीर रूप से घायल होने की भी सूचना है। आंशिक रूप से घायल सैकड़ों है, नेपाल के रुकुम पश्चिम में 36 और जाजरकोट में 34 लोग मारे गए हैं।
रुकुम पश्चिम के डीएसपी नामराज भट्टराई और जाजरकोट के डीएसपी संतोष रोक्का के हवाले से न्यूज एजेंसी ने यह जानकारी दी भारत,चीन सहित नेपाल में शुक्रवार रात 6.4 तीव्रता का जोरदार भूकंप आया, जिसके झटके राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए. रात करीब 11 बजकर 32 मिनट पर आए भूकंप के कारण लोगों को अपने घरों से बाहर निकलना पड़ा. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान (एनसीएस) के मुताबिक, भूकंप का केंद्र नेपाल में अयोध्या से लगभग 227 किलोमीटर उत्तर और काठमांडू से 331 किलोमीटर पश्चिम उत्तर-पश्चिम में 10 किलोमीटर की गहराई में था. नेपाल में आए इस भूकंप में रात्रि में ही 70 लोगों की मौत हो चुकी थी, जब राहत बचाव अभियान चलाया गया तो लाशों के मिलने से यह आंकड़ा दो सौ के पार चला गया और इस तबाही ने एक बार फिर से 2015 की याद ताजा कर दी है, जब 9000 से अधिक लोग मारे गए थे.
नेपाल में शुक्रवार आधी रात से ठीक पहले उत्तर-पश्चिमी नेपाल के जिलों में जोरदार भूकंप आने से कम से कम 128 लोग मारे गए और दर्जनों अन्य घायल हो गए, जबकि बचाव दल पहाड़ी गांवों में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं जिससे मौत के नए आंकड़े सामने आ रहे हैं साथी घायलों की संख्या भी बढ़ती जा रही है,इस विनाशकारी भूकंप में कई घर और इमारतें ढह गईं. माना जा रहा है कि नेपाल भूकंप में मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है. नेपाल में आए इस भयंकर भूकंप ने एक बार फिर से 2015 के विनाशकारी भूकंप की याद दिला दी है, जिसने पूरी दुनिया को झकझोर दिया था, और यह याद फिर से ताजा हो गई है।