



कुछ दिनों पहले किम जोंग का रूस दौरा चर्चा में रहा. इस दौरान उनकी बहन किम यो जोंग भी साथ थीं. इस नॉर्थ कोरियाई लीडर के इरादे भाई से भी ज्यादा खूंखार माने जाते हैं. वे अक्सर अपने दुश्मनों को न्यूक्लियर हमले की धमकी देती रहीं. हाल में आई किताब ‘द सिस्टर’ में दावा किया गया कि यो जोंग नॉर्थ कोरिया ही नहीं, दुनिया की सबसे खतरनाक महिला हैं. उत्तर कोरियाई शासक की बहन किम यो जोंग लगातार ताकतवर हो रही हैं.उत्तर कोरियाई शासक की बहन किम यो जोंग लगातार ताकतवर हो रही हैं
उत्तर कोरिया के वैसे तो बाकी दुनिया के साथ रिश्ते काफी सीमित हैं, लेकिन तब भी यहां से कोई न कोई बात छनकर सामने आ ही जाती है. इसे एक पुरुष सत्ता वाले देश के तौर पर जाना जाता रहा, जहां राजनीति में महिला का टिकना मामूली बात नहीं. ऐसे माहौल में किम जोंग की बहन न केवल पॉलिटिक्स में आईं, बल्कि मजबूत इमेज भी बनाई. बीच-बीच में ये तक कहा जाने लगा कि मौजूदा तानाशाह अपनी बहन से डर गए हैं क्योंकि वो उनसे ज्यादा आक्रामक और तेज-तर्रार है. योग जोंग की क्रूरता को लेकर कई बातें भी कही जाती रहीं. द सिस्टर किताब इसी पर मुहर लगाती है इसका पूरा नाम है- द सिस्टर: एक्स्ट्राऑर्डिनरी स्टोरी ऑफ किम यो जोंग. इसमें सिलसिलेवार ढंग से बताया गया कि कैसे इस महिला ने एक मामूली वर्कर की तरहकिताब लिखती है कि किम लाड़-प्यार और भरपूर विलासिता में पली-बढ़ीं. साल 1987 में जन्म के बाद से वे परिवार के केंद्र बन गईं. वे पिता के बगल में बैठकर ही खाना खातीं, जबकि बाकी लोग दूर दूसरी टेबल पर हुआ करते. उन्हें शुरू से ये बात बताई गई कि वे किसी भी नियम-कानून से ऊपर हैं, और पूरा देश उनकी बात मानेगा. यो जोंग ने स्विटजरलैंड के किसी स्कूल में पढ़ाई की. वो स्कूल कौन सा था, ये बात सीक्रेट ही है. वहां उनका नाम और डॉक्युमेंट्स भी बदल दिए गए थे.हमेशा अपने भाई से कुछ कदम पीछे रहने वाली, गुमसुम लगती और कैमरे से लगातार बचती पीले चेहरे और दुबले-पतले शरीर वाली किम यो जोंग के बारे में ये बात मानना आसान नहीं, लेकिन पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसियां लगातार ये कह रही हैं कि भाई को किनारे लगा चुकी यो जोंग अब बहुत ज्यादा ताकतवर हो चुकी है.
इसका पूरा नाम है- द सिस्टर: एक्स्ट्राऑर्डिनरी स्टोरी ऑफ किम यो जोंग. इसमें सिलसिलेवार ढंग से बताया गया कि कैसे इस महिला ने एक मामूली वर्कर की तरह पार्टी का काम शुरू किया, और किस तरह इतनी ताकतवर बन गई कि उन्हें भाई का रिप्लेसमेंट तक माना जाने लगा. कोरोना के दौरान किम लंबे समय तक गायब रहे. उनकी मौत की अफवाहें गर्म थीं. इस बीच इंटरनेशनल मीडिया तक मान रहा था कि अगर किम न हों तो उनकी बहन ही देश को संभालेगी।
