फूलपुर में चल रहे रामलीला महोत्सव में कलाकारों ने बिखेरी अपनी कला की छटा
रिपोर्ट _ मनोज मोदनवाल /
फूलपुर, आजमगढ़। आदर्श नगर पंचायत फूलपुर में चल रहे रामलीला महोत्सव के पांचवें दिन शुक्रवार की रात कलाकारों ने ताड़का वध, अहिल्या उद्धार और जनकपुर की पुष्प वाटिका लीला का मंचन कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विशेषकर, पुष्प वाटिका में भगवान श्री राम और माता सीता की पहली भेंट के सजीव चित्रण ने सभी को भाव-विभोर कर दिया।
रामलीला मंचन की शुरुआत गुरु विश्वामित्र के साथ राम और लक्ष्मण के वन गमन से हुई। जहाँ उन्होंने ऋषियों के यज्ञ में बाधा डालने वाली विकराल राक्षसी ताड़का का वध कर यज्ञ को संपन्न कराया। इसके बाद, भगवान श्री राम ने गौतम ऋषि के श्राप से पत्थर बन चुकीं देवी अहिल्या का अपने चरण स्पर्श से उद्धार किया। प्रभु के स्पर्श मात्र से शिला का पुनः नारी रूप में प्रकट होने का दृश्य देख दर्शक भावुक हो गए।
अगले दृश्य में, मुनि विश्वामित्र के साथ श्री राम और लक्ष्मण राजा जनक के नगर जनकपुर पहुँचे, जहाँ उनका भव्य स्वागत हुआ। पूजा के लिए पुष्प लेने जब दोनों भाई जनक वाटिका पहुँचे, तो उनके दिव्य स्वरूप को देख नगरवासी आनंदित हो उठे। इसी दौरान अपनी सखियों संग गौरी पूजन के लिए आईं माता सीता की दृष्टि भगवान श्री राम पर पड़ी और वे उन पर मोहित हो गईं। उन्होंने मन ही मन श्री राम को पति रूप में पाने के लिए माँ गौरी से प्रार्थना की।
इससे पूर्व, रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने भगवान श्री राम की आरती कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा, “भगवान श्री राम ने सदैव मर्यादा का पालन किया, इसीलिए वे मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए। एक आदर्श जीवन जीने के लिए हमें उनके दिखाए मार्ग पर चलना होगा।”
कार्यक्रम में नगर अध्यक्ष रामाशीष बरनवाल, संतोष जायसवाल, सुरेश मौर्य, अवधेश बरनवाल, रामू गुप्ता सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण और मातृ शक्तियां उपस्थित रहीं।
