झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से बच्चे ने तोड़ा दम, परिजनों ने किया सड़क जाम
आजमगढ़, उत्तर प्रदेश: गद्दोपुर बाजार में आज एक 13 वर्षीय बच्चे की मौत ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने दीदारगंज-अंबारी मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। उनका आरोप है कि एक झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही के कारण आदर्श नाम के इस बच्चे ने अपनी जान गंवा दी।
मामले की शुरुआत 24 अगस्त को हुई थी, जब आदर्श को एक सियार ने बुरी तरह से काट लिया था। उसके पिता मोहन के अनुसार, परिवार ने तुरंत बच्चे को इलाज के लिए एक स्थानीय प्राइवेट डॉक्टर के पास पहुंचाया। डॉक्टर ने बच्चे को पूरी तरह से ठीक करने की “गारंटी” दी, लेकिन एक महीने तक चले इलाज के बाद भी जब उसकी हालत बेकाबू हो गई तो डॉक्टर ने उसे रेफर कर दिया।
परिजनों ने हर जगह इलाज की कोशिश की, लेकिन जब कोई उम्मीद नहीं बची, तो आज सुबह वे आखिरी उम्मीद के साथ उसी झोलाछाप डॉक्टर के पास वापस गए। मगर, जब वे वहां पहुंचे, तो डॉक्टर अपनी दुकान बंद कर फरार हो चुका था। आदर्श ने उसी दुकान के सामने दम तोड़ दिया।
इस दर्दनाक घटना के बाद, आक्रोशित लोग सड़कों पर उतर आए और न्याय की मांग करने लगे। मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी किरणपाल सिंह और उपजिलाधिकारी फूलपुर ने परिजनों को कड़ी कार्रवाई का आश्वासन देकर भीड़ को शांत कराया। पुलिस ने बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में अवैध और अप्रशिक्षित डॉक्टरों (झोलाछाप) के बढ़ते खतरे को उजागर कर दिया है। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद, ऐसे डॉक्टर मासूम जिंदगियों से खिलवाड़ कर रहे हैं। फिलहाल, आदर्श के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।
