यूपी में बाढ़ का कहर: 12 जिलों में स्थिति गंभीर, सीएम योगी ने बनाई ‘स्पेशल टीम-11’

Share

गंगा का रौद्र रूप: वाराणसी-प्रयागराज में एक लाख से अधिक घर डूबे, खतरे के निशान से ऊपर बहाव

उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति लगातार बिगड़ रही है, जहाँ प्रयागराज और काशी सहित 12 जिले बुरी तरह प्रभावित हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए मंत्रियों की एक स्पेशल टीम-11 का गठन किया है। उन्होंने मंत्रियों को तत्काल अपने-अपने प्रभावित जिलों में ग्राउंड जीरो पर उतरने और रात में भी अपना जिला न छोड़ने का निर्देश दिया है।

वाराणसी और प्रयागराज में भयावह हालात

वाराणसी और प्रयागराज में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से स्थिति गंभीर बनी हुई है। एक लाख से अधिक घरों में पानी घुस गया है, श्मशान घाट जलमग्न हो गए हैं और कई सड़कों पर नावों का सहारा लेना पड़ रहा है। काशी में तो हजारों लोगों ने अपने घर छोड़ दिए हैं। सुबह 6 बजे गंगा का जलस्तर 71.4 मीटर रिकॉर्ड किया गया, जबकि खतरे का निशान 71.2 मीटर है, जिसका मतलब है कि गंगा खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।

अन्य जिलों में भी चुनौतियाँ

  • प्रयागराज के गोविंदपुर में बाढ़ के पानी में एक SDM की गाड़ी फंस गई थी, जिसे NDRF और SDRF के जवानों ने ट्रैक्टर से बाहर निकाला।
  • लखनऊ में सुबह एक घंटे की तेज बारिश ने सड़कों को जलमग्न कर दिया।
  • लखीमपुर खीरी में सिंघाई थाने के पास नदी से निकलकर मगरमच्छ सड़क पर आ गए, जिससे स्थानीय लोग दहशत में आ गए। हालांकि, वन विभाग के पहुँचने से पहले ही मगरमच्छ वापस चले गए।

बारिश की स्थिति और आगामी अलर्ट

शनिवार को प्रदेश के 49 जिलों में औसतन 5.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। इनमें कन्नौज में 51.3 मिमी और कासगंज में 45.3 मिमी सर्वाधिक बारिश हुई। मौसम विभाग ने आज 71 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसमें से 7 जिलों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।

Leave a Comment

सबसे ज्यादा पड़ गई
error: Content is protected !!