‘मिशन रोजगार’ के तहत यूपी पुलिस दूरसंचार विभाग को मिली मजबूती
लखनऊ, 3 अगस्त 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से चयनित 1,374 सहायक परिचालकों और 120 कार्यशाला कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नवचयनित युवाओं को बधाई दी और उन्हें “सुरक्षा का नया प्रहरी” बताया।
लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित इस समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी पुलिस आज देशभर में एक उदाहरण बन चुकी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस भर्ती प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती गई है और युवाओं को बिना किसी खर्च के सरकारी नौकरी मिली है। उन्होंने नवचयनित कर्मियों से पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने की अपेक्षा की।
मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि उनकी सरकार ने भर्ती प्रक्रियाओं में किसी भी तरह की अनियमितता को पूरी तरह से रोका है और यह सुनिश्चित किया है कि केवल योग्यता के आधार पर ही चयन हो। उन्होंने कहा कि आज यूपी में मेहनत कभी जाया नहीं जाती, और योग्य युवाओं को उनकी मेहनत का सच्चा पुरस्कार मिल रहा है।
इस अवसर पर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्णा, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, और पुलिस महानिदेशक पुलिस हेड क्वार्टर आनंद सरोज सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इस नियुक्ति से यूपी पुलिस के दूरसंचार विभाग को और मजबूती मिलेगी, जिससे प्रदेश में कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
यह भर्ती प्रक्रिया, जिसमें कुल 1,494 पद शामिल थे, योगी सरकार के ‘मिशन रोजगार’ के तहत एक और महत्वपूर्ण कदम है, जो प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
