कमिश्नर और डीआईजी ने सुनी जनता की समस्याएं
आजमगढ़: आजमगढ़ मंडल के डीआईजी सुनील कुमार सिंह और कमिश्नर विवेक ने हाल ही में एक आवश्यक निरीक्षण किया, जिसमें 12 वरिष्ठ अधिकारी अनुपस्थित पाए गए। इस पर कड़ी कार्रवाई करते हुए, कमिश्नर ने सभी अनुपस्थित अधिकारियों का एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया है और उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा है।
निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए अधिकारियों में लोक निर्माण विभाग और विद्युत विभाग के सहायक अभियंता, सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी, नगर क्षेत्र और रानी की सराय के खंड शिक्षा अधिकारी, पल्हनी, रानी की सराय और सठियांव के बीडीओ, सहायक विकास अधिकारी (कृषि) और जहानागंज, सठियांव तथा सगड़ी के चकबंदी अधिकारी शामिल हैं।
इस निरीक्षण के दौरान, दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने आम जनता की समस्याओं को भी सुना। सुनवाई के दौरान कुल 53 मामले सामने आए, जिनमें राजस्व के 47, पुलिस के 4 और विकास से संबंधित एक मामला था। इनमें से 6 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया।
प्रमुख जन शिकायतें और उन पर हुई कार्रवाई:
- अवैध अतिक्रमण: ग्राम परसूपुर के एक निवासी ने शिकायत की कि उच्च न्यायालय के 6 महीने पुराने आदेश के बावजूद गांव की नवीन परती भूमि से अवैध कब्जा नहीं हटाया गया है। कमिश्नर विवेक ने इस पर नाराजगी जताते हुए एसडीएम सदर नरेंद्र कुमार गंगवार को संबंधित लेखपाल की भूमिका की जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।
- जन्म प्रमाण पत्र में देरी: मुबारकपुर निवासी मुहम्मद सालिम ने शिकायत की कि फरवरी में आवेदन देने के बावजूद उनके तीन बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र अभी तक नहीं बना है, क्योंकि नगरपालिका परिषद मुबारकपुर द्वारा रिपोर्ट नहीं भेजी गई। कमिश्नर ने एसडीएम सदर को मामले की जांच कर दोषी कर्मचारियों की पहचान करने और तीन दिन में रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया।
- न्यायालय के आदेश का पालन न होना: दूधनारा गांव के अशोक ने बताया कि एसडीएम न्यायालय के आदेश के बाद भी राजस्व निरीक्षक और लेखपाल द्वारा उनकी जमीन पर पत्थर नसब की कार्यवाही नहीं की जा रही है, जिससे उन्हें नुकसान हो रहा है।
कमिश्नर विवेक ने सभी संबंधित अधिकारियों को जन समस्याओं का समय सीमा के अंदर गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए हैं।
