मोबाइल से मिला डायरेक्शन दो गिरफ्तार….
आजमगढ़ : कप्तानगंज थाना क्षेत्र में 29 नवंबर को सुनील राय की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त जूते तमंचे मोबाइल भी बरामद कर लिया है। आरोपियों ने पुरानी रंजिश के चलते इस घटना को अंजाम दिया था। आरोपियों ने इस घटना को अंजाम देने के लिए एक नया सिम कार्ड लिया था जिसका प्रयोग इस हत्याकांड में किया गया। इसके साथ ही 7 दिन के भीतर इस सिम कार्ड को बंद कर दिया गया। इसी बंद सिम कार्ड ने पुलिस की जांच को दिशा दी। इसके बाद इस पूरे मामले का खुलासा हो सका। पुलिस ने इस मामले में नीतीश राय और मौसम चौहान को गिरफ्तार किया है जबकि इस मामले में सत्यदेव राय और पप्पू राय की भी तलाश की जा रही है जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए जिले के एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि आरोपियों के परिवार से सुनील कुमार राय और मुन्ना राय के परिवार से काफी समय से जमीनी विवाद चल रहा था। आरोपियों ने बताया कि अक्सर सुनील कुमार राय उर्फ मुन्ना राय हम लोगों को भद्दी-भद्दी गाली देते रहते थे। और बेइज्जत करते रहते थे। जब मेरे बाबा रामधारी राय की मृत्यु हुई थी तो सुनील कुमार राय व उनके परिवार के लोगों द्वारा उनके शव को उठने नहीं दिया जा रहा था। जिससे मेरे गाँव व आस पास के गाँव मे मेरे परिवार की बड़ी बदनामी हुई थी। उस समय हम लोग कमजोर होने के नाते अपने आप को शान्त कर लिये ।
इधर बीच फिर से मुन्ना राय मेरे घर के सामने से जाने वाले रास्ते मे मिट्टी पटवा दिये थे जिससे मेरे व उनके घर से विवाद हुआ था। जिससे क्षुब्ध होकर मैं और मेरे पिता द्वारा इनकी हत्या का प्लान बनाया गया व मेरे मित्र जिसका नाम मौसम चौहान पुत्र उदयराज चौहान निवासी मालेपट्टी थाना कप्तानगंज जनपद आजमगढ़ को पैसों का लालच देकर अपने साथ प्लान में शामिल किया गया. एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि आरोपी काफी समय से हत्या करने का प्लान बना रहे थे इसी बीच जब मुन्ना राय अपने ट्रैक्टर से खेतो की जुताई कर रहे थे। मुन्ना राय की हत्या करने के लिये हम दोनों लोग मौके की तलाश करते रहे लेकिन उस दिन मौका नही मिल पाया। इसी बीच पुनः रास्ते के विवाद को लेकर ही मेरे पिता को मुन्ना राय द्वारा गाली गलौज तथा जान से मारने की धमकी दी गयी थी।
पुनः 29 नवंबर 2024 को अपने दोस्त मौसम चौहान को अपने मोबाइल नम्बर पर फोन करके बुलाया तो वह बड़सरा खालसा गाँव मे आकर मिला। वहाँ पर मेरे पिता भी मौजूद थे। मैं पैदल ही भरा हुआ तमंचा लेकर तथा चेहरे पर मास्क लगाकर मुन्ना राय की हत्या करने के लिये नाले के किनारे किनारे नवली गाँव के सामने पहुंचा जहां पर मुन्ना राय खेत की जुताई करने के लिए पहुचे थे। तब शाम होने वाली थी। जैसे ही मुन्ना राय खेत की जुताई करते हुए मेरे सामने पहुचे मैने उनके ऊपर सामने से फायर किया गोली मुन्ना राय के सीने मे लगी और वह ट्रैक्टर से नीचे गिर गये। ट्रैक्टर से नीचे गिरते ही मुन्ना राय का असर रोटावेटर में फंसकर अलग हो गया और हम लोग वहां से फरार हो गए। आरोपियों ने बताया कि जिस तमंचे से मुन्ना राय की हत्या किया हूँ। उसको अपने घर के सामने रखे गये गोबर के घूर मे पन्नी मे रखकर छिपा दिया था। पुलिस आरोपियों को जेल भेज रही है।
