दीवानी और कचहरी से किया करते थे चोरी
आजमगढ़ । अन्तर्राज्यीय बाईक चोर गिरोह का खुलासा करते हुए चोरी की सात बाइक के साथ आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिले के कोतवाली पुलिस के प्रभारी शशिमोली पांडे और मूसेपुर चौकी प्रभारी राजीव कुमार सिंह की संयुक्त टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है। आरोपियों ने 12 घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। गिरफ्तार आरोपी आजमगढ़ हरियाणा दिल्ली और जौनपुर में बाइक चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया करते थे और ऑन डिमांड इन गाड़ियों की बिक्री कर दिया करते थे। इसके साथ ही यह आरोपी इन बाइक को पार्ट पार्ट में काटकर भी बिक्री किया करते थे जिससे कि किसी को इन चोरी की बाइकों के बारे में पता ना चल सके।
मामले का खुलासा करते हुए जिले के एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि चोरी की घटनाओं में जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उन आरोपियों में मोनू चौहान बबलू चौहान प्रमोद कुमार मुनचुन चौहान कमलेश चौहान अंकित यादव अवधेश चौहान और संजय गुप्ता है। गिरफ्तार मोनू चौहान पर नो मुकदमे दर्ज हैं जबकि बबलू चौहान पर भी नौ मुकदमे दर्ज हैं। प्रमोद कुमार पर 10 आपराधिक मुकदमे जबकि मानसून चौहान पर 9 आपराधिक मुकदमे कमलेश चौहान पर 9 आपराधिक मुकदमे अंकित यादव पर 9 आपराधिक मुकदमे अवधेश चौहान पर 9 आपराधिक मुकदमे और संजय गुप्ता पर भी 10 आपराधिक मुकदमे दर्ज है। पुलिस के इस ऑपरेशन में तीन आरोपी फरार हो गए हैं जिनमें अर्जुन चौहान जिस पर 13 गंभीर अपराधी मुकदमे दर्ज है अग्रसेन चौहान पर 9 और राज शर्मा पर 9 गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज है। फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
जिले के कोतवाली पुलिस के प्रभारी शशिमोली पांडे और मूसेपुर चौकी प्रभारी राजीव कुमार सिंह की संयुक्त टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है। आरोपियों ने 12 घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। गिरफ्तार आरोपी आजमगढ़ हरियाणा दिल्ली और जौनपुर में बाइक चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया करते थे और ऑन डिमांड इन गाड़ियों की बिक्री कर दिया करते थे। इसके साथ ही यह आरोपी इन बाइक को पार्ट पार्ट में काटकर भी बिक्री किया करते थे जिससे कि किसी को इन चोरी की बाइकों के बारे में पता ना चल सके।
पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि चोरी की घटनाओं को भीड़भाड़ वाले स्थान दीवानी और कचहरी से मास्टर की के सहारे चोरी की जाती थी। इसमें प्रमोद और अर्जुन द्वारा गाड़ी की रेकी की जाती थी और बबलू और मोनू को बताया जाता था। मुनमुन अंकित और कमलेश के माध्यम से अवधेश चौहान के गैराज पर ले जाकर बाइक के पार्ट्स को खोल लिया जाता था। और संजय गुप्ता के कबाड़ की दुकान पर उसे बेंच दिया जाता था। इस प्रकार यह आरोपी मिलकर गाड़ियों की चोरी किया करते थे