( ब्यूरो चीफ / चेतन सिंह ) मामला सहरसा जिले के महिषी थाना क्षेत्र के एना गांव का है । जहां एक खेत से बरामद जख्मी युवती के इलाज के दौरान हुई मौत कोई हत्या नहीं बल्कि सोची समझी साजिद के तहत प्लेन था । घटना के बाद से ही ऑनर किलिंग की चर्चा शुरू हो गई थी लेकिन न ही परिजन और न ही पुलिस ही कुछ बोलने को तैयार थे। जिसके कारण लोगो के बीच चर्चा दबी जुबान से ही सही लेकिन काफी तेज थी। जानकारी के अनुसार मृतिका अपने बहनोई के साथ रहना चाहती थी। एक महीने से साथ रह भी चुकी थी। जिसके बाद उसे परिजनों ने नानी गांव एना में मामा मामी के पास छोड़ दिया था और मौका मिलते ही उसका गला रेत कर खेत में पुआल के ढेर में छिपा दिया था। पुलिस ने मामले में माता, पिता, नानी सहित चार को गिरफ्तार कर लिया है। सदर एसडीपीओ आलोक कुमार ने बताया कि मृतिका अपने नानी के साथ मुरली चौक पर माता पिता से मिली थी। जिसके बाद वह लोग आरापट्टी गया। इसी बीच युवती के पिता ने बलुआहा चौक पर एक चाकू खरीदी। आरापट्टी से नानी गांव एना आने के दौरान युवती भागने लगी तो सभी ने मिल कर पकड़ कर चाकू से गला रेत कर भाग गया।
गिरफ्तार अभियुक्तों एवं निरुध विधि विरुध बालक से पुलिस द्वारा पूछताछ किया गया तो सभी ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की। पूछताछ में उसने बताया कि मृतिका अपनी बड़ी बहन के पति के साथ रहना चाहती थी एवं एक महीने साथ रह भी चूकी थी। मृतिका के परिजन उसकी शादी कही और करवाना चाहते थे। मृतिका द्वारा कही और शादी करने की बात से इनकार किया गया। इसी आक्रोश में आकर इन सभी के द्वारा यह घटना कारित किया गया।