वाराणसी के मोहनसराय लहरतारा सिक्स लेन सड़क चौड़ीकरण को लेकर भारत माता मंदिर को पीडब्ल्यू डी द्वारा तोड़े जाने पर अखिलेश यादव ने खड़े किए सवाल, सार्वजनिक जनमत की कि बात!

व्यापारियों और अधिकारियों वार्ता के बाद तोड़ी गई भारत माता मंदिर गांधी चबूतरा…..

फूलपुर एक्सप्रेस 

वाराणसी। मोहनसराय लहरतारा सिक्स लेन सड़क चौड़ीकरण में बाधक बने रहे भारत माता मंदिर को पीडब्ल्यू डी विभाग द्वारा जेसीबी लगाकर तोड़ दिया गया, जिसकी वीडियो शेयर करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तंज़ कसा है, उन्होंने एक्स, फेसबुक आदि सोशल मीडिया पर लिखा है कि..काशी के प्रतीक चिन्हों को विकास के नाम पर तोड़कर भाजपा सरकार क्या वाराणसी की विरासत को ही खंडित कर देना चाहती है। अब रोहनिया में 55 साल पहले 1968 में बने गांधी चबूतरा व भारत माता मंदिर को चौड़ीकरण के नाम पर तोड़ दिया गया है, अगर ‘क्योटो’ इतिहास की धरोहर को धूल में मिलाकर बनना है तो परंपरा प्रेमी काशीवासियों के बीच इसके लिए एक सार्वजनिक जनमत करा लेना चाहिए।

मालूम हो कि वाराणसी-रोहनिया में 6 लेन मार्ग चौड़ीकरण के नाम पर भारत माता मंदिर, गांधी चबूतरा को उत्तर प्रदेश पीडब्ल्यू डी विभाग द्वारा जेसीबी जिस से ज़मीदोज़ किए जाने के बाद किसी व्यक्ति द्वारा बनारसी अंदाज में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए वीडियो बनाई गई है, जिस पर सपा प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री उप्र अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

हालांकि उक्त तोड़फोड़ से पहले ही स्थानीय व्यापारियों ने अपना आक्रोश जाहिर किया था जिसके बाद स्थानीय स्तर पर पहले ही पीडब्ल्यूडी विभाग के जेई सुंदर कुमार मिश्रा कार्यदाई संस्था के सुपरवाइजर लक्ष्मी नारायण व रोहनिया व्यापार मंडल के अध्यक्ष दशमी यादव व स्थानीय व्यापारियों के बीच बातचीत हुई थी कि सड़क चौड़ीकरण हो जाने के बाद गंगापुर मार्ग परमानंदपुर मार्ग के तिराहे पर एक छोटा सा गांधी स्मारक स्थापित किया जाएगा, जिस पर स्थानीय व्यापारियों की सर्वसम्मति से जेसीबी लगाकर गांधी स्मारक को लोक निर्माण विभाग द्वारा धाराशाही कर दिया गया।

इस सम्बन्ध में स्थानीय व्यापारियों ने बताया कि 1968 में हम सभी ने पीडब्ल्यूडी विभाग से लड़कर 55 वर्ष पूर्व भारत माता मंदिर को स्थापित कराया था। आज अपने ही आंखों के सामने टूटते हुए देख बहुत दुख हो रहा है। वहीं चौराहे पर लगे सोलर स्ट्रीट लाइट, जो कि ढाई लाख रुपए से की लागत से लगाई गई थी। उसे भी विभाग द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया।

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