भारत बंद के दौरान जिले में कहीं शांति तो कहीं हिंसा की खबरें……
फूलपुर एक्सप्रेस
आजमगढ़। सुप्रीम कोर्ट के द्वारा एस सी -एस टी आरक्षण में (उपवर्गीय आरक्षण ) क्रीमीलेयर लागू करने के फैसले के खिलाफ दलित संगठनों ने बुधवार को भारत बंद बुलाया, जिसका पूरे जिले में मिला-जुला असर रहा, इसी क्रम में आजमगढ़ में कलेक्ट्रेट के सामने बड़ी संख्या में बसपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के साथ अन्य दलित संगठनों के लोग भी सड़कों पर उतर गए।
सड़क पर उतरे बसपा कार्यकर्ताओं ने जबरन दुकानें बंद करवाईं, जिसको लेकर कई जगह दुकानदारों से कहा सुनी भी हुई, इस दौरान उत्तेजित कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के गेट पर बसपा का झंडा भी लहराया और जमकर नारेबाजी भी की। कलेक्ट्रेट के पास प्रदर्शन कर रही इस भीड़ को कंट्रोल करने में पुलिस कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान पुलिस के आला अधिकारियों के साथ लोकल इंटेलीजेंस की टीम डटी रही। भारत बैंड का आवाहन दलित संगठनों द्वारा जहां पहले ही किया गया था तो वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने भारत बंद का समर्थन किया, इसके बाद यह भारत बंद कार्यक्रम और भी त्रिव हो गया, सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध करते हुए भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार को निशाने पर लेटे हुए वक्ताओं ने कहा कि एस सी. एस टी और ओबीसी को मिले आरक्षण के संवैधानिक हक से भाजपा-कांग्रेस खिलवाड़ न करे, अन्यथा और भी बड़े आंदोलन किए जाएंगे, वहीं भारत बंद आवाहन में भारत बंद आंदोलन को सफल बनाने के लिए
सपा प्रमुख अखिलेश ने भी अपनी सहमति प्रदान कर दी, इसके बाद कुछ स्थानों पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी आंदोलित नजर आए, इस प्रदर्शन के कारण लोग सड़कों पर निकलने से बचते नजर आ रहे थे। जिले के गंभीरपुर थाना क्षेत्र के रानीपुर रजमों में जुलूस निकालकर डाक्टर भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। वहीं फूलपुर, लालगंज, जीयनपुर, जहानागंज, मुबारकपुर, मार्टिनगंज, निजामाबाद, माहुल में भी इस भारत बंद का आंशिक रूप से असर दिखा गया,
भारत बंद आंदोलन पूरे जिले में मार्टिनगंज सहित कुछ स्थानों को छोड़कर पूर्णतया शांतिपूर्ण रहा, मार्टिनगंज नगर पंचायत क्षेत्र स्थित भारतीय जनता पार्टी के एक नेता के दुकान में भारत बंद आंदोलन में शामिल प्रदर्शन कारियों द्वारा लूटपाट की सूचना प्राप्त हो रही है साथ इस दौरान अफरा तफरी के बीच ईट पत्थर भी चले पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर लोगों को खदेड़ा, इस संबंध में आनंद बिल्डिंग मटेरियल की दुकानदार ने स्थानी थाना में लिखित सूचना दर्ज करा दी है,
फूलपुर,आजमगढ़।सुप्रीम कोर्ट के द्वारा एससी -एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर( उपवर्गीय आरक्षण )लागू करने के फैसले के खिलाफ बुधवार को दलित संगठनों ने भारत बंद के आवाहन के साथ फैसलेके विरोध में जुलूस निकाला और फूलपुर तहसील मुख्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम उप जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपा, पूर्व में बने हुए रणनीति के अंतर्गत दलित राजनीति के अंग कई राजनीतिक पार्टियों,संगठनों ने फूलपुर शंकर जी तिराहा कुंवर नदी पुल के पास एकत्र होकर गोबर कुंवर नदी पुल होते हुए ताज कटरा शिव पैलेस बस स्टॉप, सरकारी अस्पताल, माहुल मोड होते हुए तहसील मुख्यालय पहुंचा जहां दलित नेताओं ने अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया,
अपने भाषण में दलित नेताओं ने जहां सुप्रीम कोर्ट संविधान के विरुद्ध बताया, तो वही इस पूरे मामले में केंद्र सरकार को निशाने पर लिया, सैकड़ो की संख्या में निकले दलित युवाओं ने जय भीम, संविधान बचाओ आदि कई नारे लिखे हुए तखतियां व नारा लगाते हुए तहसील मुख्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी सुरेंद्र नारायण त्रिपाठी को सौंपा, भारत बंद के आवाहन का असर पूरी तरीके से असफल रहा, मुख्य बाजार में साप्ताहिक बंदी के अंतर्गत होने वाली बंदी के चलते दुकान बंद रहे, तू ही ग्रामीण व मुख्य मार्ग पर स्थित सरकारी गैर सरकारी प्रतिष्ठान दुकान सभी खुले नजर आए, यातायात व्यवस्था भी सुचारू रूप से चलती रही, ट्रेन बस कर सभी फर्राटे भरते नजर आए, हालांकि किसी भी व्यवस्था में अव्यवस्था उत्पन्न होने की आशंका के बीच स्थानीय पुलिस प्रशासन पूरी तरीके से सतर्क मोड में रहा।