‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’ गीत से मशहूर हुए कन्हैया मित्तल ने ज़ारी किया वीडियों……
फूलपुर एक्सप्रेस
नई दिल्ली। आखिरकार कई दिनों से सोशल मीडिया ट्रोल हो रहे लोकप्रिय भजन गायक कन्हैया मित्तल अब कांग्रेस में शामिल नहीं होंगे. उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन करने का फैसला वापस ले लिया है. ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’ गीत से मशहूर हुए कन्हैया मित्तल ने इससे पूर्व कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की थी. ऐसी चर्चा थी कि वो हरियाणा की पंचकूला सीट से बीजेपी का टिकट चाहते थे. बीजेपी ने यहां से ज्ञान चंद गुप्ता को उम्मीदवार बनाया है इसके बाद बगावती सुर में उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन करने के संकेत दिए थे,
हालांकि उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए साफ किया कि उनकी टिकट की इच्छा नहीं थी. साथ ही कांग्रेस ज्वाइन न करने के फैसले पर कन्हैया मित्तल ने कहा, “पिछले दो दिनों से मुझे ये एहसास हुआ कि मेरे सभी सनातनी भाई बहन और खासकर भाजपा का शीर्ष नेतृत्व मुझे इतना प्यार करता है, इतनी चिंता करता है. दो दिनों से मैं देख रहा हूं कि आप सब परेशान हैं. मैं उसके लिए क्षमा चाहता हूं. मेरे मन की बात जो मैंने कही थी कि मैं कांग्रेस ज्वाइन करने वाला हूं, उसे वापस लेता हूं.”
जारी वीडियो में कन्हैया मित्तल ने आगे कहा, “मैं नहीं चाहता कि किसी भी सनातनी का भरोसा टूटे. आज मैं टूटूंगा तो पता नहीं कितने और टूटेंगे. हम सब मिलकर राम के थे और राम के रहेंगे. मैं पुन: आपसे क्षमा मांगता हूं जिसके कारण आप डिस्टर्ब हुए. कोई अपना ही होता है जो गलती करता है. अपने ही हैं तो तंग होते हैं, परेशान होते हैं. मुझे लगा कि मेरे मन की बात गलत है और मैं इसे वापस लूं और आप सब का धन्यवाद करूं.”
मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले कन्हैया मित्तल ने कांग्रेस में जाने की बात कही थी। वह हरियाणा में विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहते थे। माना जा रहा है कि उन्हें भाजपा से विधानसभा चुनाव में टिकट मिलने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं होने पर उन्होंने कांग्रेस से दांव आजमाने की कोशिश की। यह अभी साफ नहीं है कि कांग्रेस से उनकी कुछ बातचीत हो पाई थी या नहीं या अपनी भजन गायिकी के लोकप्रियता को राजनीतिक लाभ में भुनाने यह एक राजनीतिक रूप से दबाव था, हरियाणा के भजन गायक कन्हैया मित्तल यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बड़े प्रशंसक हैं। चुनाव के दौरान उनका गीत एक तरह से भाजपा के प्रचार का थीम बन गया था। ऐसे में कन्हैया के कांग्रेस से जुड़ने की बात सामने आने पर कई तरह की चर्चाएं होने लगीं। इसे भाजपा के लिए झटके के तौर पर देखा जाने लगा था।
कन्हैया मित्तल के गीत अक्सर यूपी में बीजेपी के चुनावी प्रचार में खूब सुनने को मिले. उन्हें बीजेपी के कार्यक्रमों में शिरकत करते हुए देखा गया. वो चंडीगढ़ के रहने वाले हैं. उनके कई भजन हिट हो चुके हैं. फेसबुक पर उनके 1.9 मिलियन फॉलोअर्स हैं. वहीं यूट्यूब पर 2.65 मिलियन सब्सक्राइबर्स हैं. लेकिन इधर हरियाणा के विधानसभा चुनाव के बीच भाजपा के इतर राजनीति पारी खेलने के उनके फैसले या संभावना पर सनातनी हिंदू धार्मिक प्रवृत्ति के लोग जो खासकर भाजपा में विश्वास रखते हैं वह पिछले कई दिनों से मित्तल को सोशल मीडिया पर खरी-खोटी सुनाते हुए दिख रहे थे, साथ ही कई लोगों ने यहां तक बताया कि कन्हैया मित्तल के कई प्रोग्राम जो नवरात्र और उसके पूर्व बाद में प्रस्तावित थे उसको आयोजकों ने कैंसिल कराना शुरू कर दिया था, इसके बाद कन्हैया मित्तल ने यह वीडियो जारी कर एक तरीके से कांग्रेस में न जाने व ऐसे किसी भी संभावना के लिए माफी मांगी है, फिलहाल यह भाजपा के लिए बहुत बड़ी राहत की खबर मानी जा रही।