गांधी परिवार की पहली सदस्य जो दक्षिण से शुरू करेंगी चुनावी पारी
नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड़ा पहली बार चुनाव लड़ेंगी। दो सीटों से जीते राहुल गांधी वायनाड सीट छोड़ेंगे। यहां उपचुनाव में प्रियंका कांग्रेस प्रत्याशी होंगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को राहुल-प्रियंका, कांग्रेस संसदीय दल को अध्यक्ष सोनिया गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ बैठक के बाद यह ऐलान किया।
खरगे ने कहा, राहुल रायबरेली से सांसद बने रहेंगे। वायनाड से प्रियंका चुनाव लड़ेंगी। वे वायनाड के लोगों को राहुल की कमी नहीं खलने देंगी। गौरतलब है कि प्रियंका 2004 के लोकसभा चुनाव में पहली बार पाटों के प्रचार अभियान में शामिल रहीं। उन्होंने मां सोनिया के लिए रायबरेली और राहुल के लिए अमेठी में प्रचार किया था। सक्रिय राजनीति में उनकी एंट्री 23 जनवरी, 2019 को पूर्वी यूपी के प्रभारी महासचिव के रूप में हुई। प्रियंका सियासत में गांधी परिवार की चौथी महिला और 9वीं सदस्य लोकसभा चुनाव लड़ा, तब वे 50 वर्ष की थीं। मेनका गांधी 28 की उम्र में 1984 में पहला चुनाव अमेठी से लड़ा था, हालांकि हार गई थीं। सोनिया ने 1999 में 53 की उम्र में अमेठी से जीतकर चुनावी सियासत शुरू की। प्रियंका गांधी परिवार की पहली सदस्य हैं जो पहला चुनाव दक्षिण भारत से लड़ रही हैं। हालांकि इंदिरा एक बार कर्नाटक के चिकमंगलूर और सोनिया बेल्लारी से जीत चुकी हैं। राहुल 2019 में अमेठी और वायनाड दोनों जगह से लड़े लेकिन अमेठी से हार गए थे।
भाजपा ने कहा- कांग्रेस एक परिवार की कंपनी
भाजपा ने कांग्रेस पर ‘परिवारवाद की राजनीति’ में लिप्त होने का आरोप लगाया। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनवाला ने कहा, यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस कोई राजनीतिक दल नहीं बल्कि परिवार की एक कंपनी है।