संचारी रोग नियंत्रण अभियान……
Phoolpur express
आजमगढ़ 22 मार्च– जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में कल देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान (01 से 30 अप्रैल) व दस्तक अभियान (20 से 30 अप्रैल 2024 तक) चलाये जाने की समीक्षा की गई। अंतर्विभागीय समन्वय बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने संचारी रोगों के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए पूरी तैयारी समयबद्ध ढंग से किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, डायरिया आदि संचारी रोगों से जुडे़ मामलों की आशंका को देखते हुए जनपद में अन्तर्विभागीय समन्वय से युद्धस्तर पर अभियान को आगे बढ़ाया जाए।
जिलाधिकारी ने बताया कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान जनपद में 01 से 30 अप्रैल 2024 तक संचालित किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आगामी 01 अप्रैल से पहले संचारी रोग नियंत्रण के सम्बन्ध में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर लें। उन्होंने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फॉगिंग का विशेष कार्यक्रम संचालित किया जाए। तालाबों, नालों व नालियों में एण्टी लार्वा का छिड़काव तथा कूड़े का निस्तारण ठीक ढंग से किया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि निगरानी समितियां डोर-टू-डोर सर्वे करें, यदि कोई बच्चा बुखार आदि से ग्रसित है, तो उसे मेडिसिन किट उपलब्ध कराएं। साथ ही महिलाओं तथा कुपोषित बच्चों को पुष्टाहार उपलब्ध कराया जाए। ग्रामीण स्तर पर संचारी रोगों के नियंत्रण हेतु तालाबों/नालों व नालियों की साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि गर्मी में तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना व्यक्त की गई है, ऐसी स्थिति में वेक्टर जनित तथा जल जनित रोगों की आउटब्रेक्स अधिक होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि उष्ण मौसम से संबंधित रोगों के विषय में अंतर्विभागीय गतिविधियां स्थापित करते हुए प्राथमिकता के आधार पर भीड़भाड़ वाले स्थान पर जनमानस हेतु शीतल एवं शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि गर्मी से बचाव हेतु शेल्टर की व्यवस्था की जाए। व्यस्त स्थान पर मौसम के पूर्वानुमान तथा तापमान का डिस्प्ले लगाया जाए। हीट वेव से बचाव हेतु उपाय का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। विद्यालयों में हीट वेव से बचाव हेतु उपाय के सम्बन्ध में बच्चों को जानकारी दी जाए। जिलाधिकारी ने पशुपालन विभाग को निर्देश दिया कि सुकर पशुपालकों को अन्य व्यवसाय अपनाने के लिए जागरूक करें। सुकर पशुपालकों को अन्य व्यवसाय करने के लिए प्रेरित करने के लिए जागरूक करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सुकर पालन स्थल पर वेक्टर नियंत्रण एवं सिरो सर्विलेंस की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि यथासंभव सुकर बाड़े आबादी से दूर बनाए जाएं। सुकर बाड़े के आसपास साफ-सफाई, कीटनाशक छिड़काव एवं मच्छर रोधी जाल से ढकने हेतु प्रशिक्षित करें। जिलाधिकारी ने पंचायती राज विभाग को निर्देश दिया कि अभियान चलाकर ग्रामीण क्षेत्रों एवं शहरी क्षेत्र में साफ सफाई कराई जाए। उन्होंने कहा कि नालियों की नियमित सफाई हो, रुके हुए पानी में मच्छर से प्रजनन की समस्याओं को रोकने के लिए नालियों को बंद किया जाए। झाड़ियां की काट छाट का कार्य करवाएं। तालाबों से पौधों की सफाई करें, ग्रामीण क्षेत्रों में कूड़ेदानों की स्थापना कराएं।
जिलाधिकारी ने समस्त कार्यालयाध्यक्षों को निर्देशित किया कि अपने कार्यालयों की नियमित रूप से साफ-सफाई, डस्टबिन की व्यवस्था, स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था एवं कूलर के पानी को नियमित रूप से बदलते रहें।
जिलाधिकारी ने सम्बन्धित विभागों से संचारी रोगों के नियंत्रण व रोकथाम के सम्बन्ध में किए जा रहे कार्यों की जानकारी प्राप्त की। साथ ही उन्होंने चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, नगर विकास, पंचायतीराज, आई0सी0डी0एस0, ग्राम्य विकास, चिकित्सा शिक्षा, शिक्षा, दिव्यांगजन सशक्तीकरण, कृषि, पशुपालन तथा अन्य सभी सबंधित विभाग को स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बनाकर संचारी रोगों की रोकथाम व नियंत्रण के संबंध में कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन राहुल विश्वकर्मा, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री आजाद भगत सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. इंद्र नारायण तिवारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, प्रभागीय वनाधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी श्रीकांत दर्वे, बेसिक शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग तथा संबंधित चिकित्साधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी तथा एमओआईसी मौजूद रहे।