फरीदपुर थाने की महिला हेल्प डेस्क पर तैनात पुलिसकर्मी मददगार बनने की बजाय उत्पीड़न में लगी
बरेली। योगी राज में भी कुछ पुलिसकर्मी अपने कार्यशैली के सुधार के मूड में नजर नहीं आ रहे और मामला तब और गंभीर हो जाता है जब यह शर्मनाक हरकत एक महिला सिपाही द्वारा एक महिला और बच्ची के साथ किया जा रहा हो , मामला यूपी के बरेली जिले में एक पुलिस थाने की सामने आई है। बच्ची के साथ रेप की घटना में थाना फरीदपुर की महिला हेल्प डेस्क पर तैनात पुलिसकर्मी उसकी मददगार बनने की बजाय उत्पीड़न में लग गई। बच्ची की मां से केस की तहरीर लिखने को दो सौ रुपये देने की मांग कर दी। शिकायत मिलने पर सीओ ने जांच के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में बच्ची की मां ने बताया कि आरोपी ने उसकी नाबालिक बच्ची को टॉफी देने के बहाने बुलाया और उसके साथ बलात्कार किया जिसके बाद मूर्छित हालत में घर पहुंची बच्ची को खून से लतपथ देखकर मां ने लोगों की मदद से उसे अस्पताल भिजवाया वही इस मामले को पुलिस थाने के संज्ञान में लाने के लिए वह थाने पर पहुंची थी वह पढ़ी-लिखी नहीं है। इस वजह से बच्ची को लेकर सीधे थाने पहुंच गईं। थाने में उनसे तहरीर मांगी गई तो उन्होंने महिला हेल्प डेस्क पर बैठी महिला सिपाही से मदद मांगी और तहरीर लिख देने को कहा। आरोप है कि हेल्प डेस्क की महिला सिपाही ने उनसे तहरीर लिखने के बदले दो सौ रुपये की मांग की लेकिन उनके पास रकम नहीं थी। इसके बाद वह थाने से लौट गई। जब इस बारे में इंस्पेक्टर दयाशंकर को जानकारी तो उन्होंने तत्काल पीड़ित परिवार को बुलाया और उनकी सुसंगधत धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई, और आरोपी के धर पकड़ के लिए पुलिस टीम गठित कर दी। वहीं इस शर्मनाक हरकत के लिए क्षेत्राधिकारी ने संज्ञान लेते हुए महिला सिपाही के खिलाफ कार्यवाही की।
