मुंडेश्वर नाथ मंदिर परिसर में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन

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रिपोर्ट रियासत हुसैन

आजमगढ़ : फूलपुर के पास मुंडेश्वर नाथ मंदिर परिसर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन शनिवार की रात चित्र कूट से पधारे कथा वाचक श्री श्री 108 राम ह्रदय दास जिज्ञासु ने गो वरण की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि श्रद्धा व विश्वास के साथ श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण किया जाए तो मोक्ष की प्राप्ति संभव है उन्होंने कहा कि राजा परीक्षित को गंगा नदी में मचान बनाकर श्रीमद् भागवत का श्रवण ऋषि सुकदेव ने कराया था। जिसके बाद उन्हें मोक्ष की प्राप्ति हुई थी। उन्होंने कहा कि भागवत कथा मनुष्य को सही राह दिखाती है। लोगों का कल्याण करती है श्रीमद भागवत कथा ईश्वर का परिपूर्ण स्वरूप है, इसलिए यह दिव्य ग्रंथ है। भागवत ग्रंथ ज्ञान, योग, कर्मयोग, समाज, धर्म व राजनीतिक ज्ञान का मूल स्रोत है। इसलिए एक पल भी ईश्वर चिंतन के बिना नहीं रहना चाहिए। जो आनंद शिव समाधि में मिलता है वही आनंद इस ग्रंथ से मिलता है। इस दौरान भजनों पर लोग जमकर झूमे। तबला पर निर्मल भरद्वाज, आरगन पर सुनील पाण्डे ने संगत किया। संचालन आचार्य अनिल शास्त्री ने किया। इस मौके पर अनिल जी महाराज, सोहन यादव, भृगु नाथ, रत्नेश, आशीष,भीमसेन यादव, सोहन लाल, विजय , पारस मणि ,योगेश, अभय सिंह लालू, आदि काफी संख्या मे श्रद्धालु थे।

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