31 जुलाई को सहरसा बन्द, बन्दी का वैश्य समाज ने भी किया समर्थन, कहा सहरसा में ही हो एम्स महा अस्पताल का निर्माण

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बिहार सहरसा : वैश्य समाज सहरसा के जिला अध्यक्ष रामकृष्ण साह उर्फ मोहन साह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कहा कि पिछले 8 वर्षों से एम्स निर्माण को लेकर सहरसा में संघर्ष चल रहा है लेकिन सरकार का नजर अभी तक सहरसा पर नहीं पड़ा है पर्याप्त मात्रा में यहां पर जमीन भी उपलब्ध है जो जिलाधिकारी के माध्यम से सरकार तक जमीन की कागजात को पहुंचाया गया है फिर भी सरकार सहरसा और समस्त कोसी वासियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है इसी को लेकर आज प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई है कि वैश्य समाज सहरसा भी पूर्व से निर्धारित सहरसा बंदी जो 31 जुलाई को होना है उसका समर्थन करती है और आज मीडिया के माध्यम से हम कहना चाहेंगे कि हम लोग भी लगातार एम्स निर्माण सहरसा में हो इसके लिए कदमताल करेंगे धरना प्रदर्शन करेंगे जिलाधिकारी से मिलेंगे और एम्स निर्माण को लेकर जो भी करना होगा लगातार इस प्रयास को जारी रखेंगे क्योंकि यह कोसी का इलाका है यहां अधिकतर लोगों की जिंदगी दवा पर टिकी हुई है कोई भी बड़ी बीमारी होने के बाद सहरसा में समुचित इलाज की व्यवस्था नहीं है लोगों को दरभंगा या पटना रेफर कर दिया जाता है। जहां जाने के क्रम में ही रास्ते में ही उनकी मौत हो जाती है इसलिए हम सरकार से कहना चाहेंगे कि सहरसा में पर्याप्त जमीन उपलब्ध है एम्स निर्माण सहरसा में जल्द से जल्द करवाया जाये।वहीं वैश्य समाज के प्रवक्ता सह भाजपा नेता राजीव रंजन साह ने कहा की आजादी के कई वर्षों बाद भी सहरसा विकास के लिए तरस रहा है।जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर बिहार में एम्स की घोषणा की थी तभी सहरसा में एम्स महा अस्पताल निर्माण को लेकर पत्राचार एवं अन्य माध्यम से सरकार को जगाने का काम किया जा रहा है।जबकि सहरसा में पर्याप्त जमीन उपलब्ध है जो एम्स निर्माण को लेकर सारे मापदंड को पूरा करती है।सहरसा में अगर रेलवे ओवरब्रिज, एयरपोर्ट या बैजनाथपुर पेपर मिल की बात की जाये तो सभी का विकास रुका हुआ है।हम मीडिया के माध्यम से सरकार से कहना चाहता हूँ की सरकार जल्द से जल्द सहरसा की तरफ ध्यान दे ताकि सहरसा जिला में भी विकास हो सके।

बिहार वरिष्ठ पत्रकार चेतन सिंह

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