सहरसा/बिहार : सहरसा रेलवे विकास की ओर अग्रसर है। अब रेलवे बोर्ड भी सहरसा के आवश्यक मांग की पूर्ति के लिए तत्पर दिख रहे हैं। जिसके तहत सहरसा से भागलपुर होते हुए देवघर तक जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की मांग स्वीकार कर लिया है।
लेकिन ट्रेन परिचालन के पहले दिन रविवार को ट्रेन चलाने के लिए आवश्यक रैक समय पर सहरसा रेलवे जंक्शन नहीं पहुंच पाई। हालांकि दिन के लगभग 10 बजे रैक स्थानीय जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर – 3 पर पहुंची। जिसके बाद लगभग 10:30 बजे ट्रेन को देवघर के लिए रवाना कर दिया गया। यानी पहले दिन समय पर रैक नहीं मिलने के कारण ट्रेन लगभग 6 घंटे विलंब से परिचालित हुई।
जिसके कारण देवघर जाने वाले लोगों को उक्त ट्रेन के रविवार को नहीं चलने की ही बातें समझ में आई। ऐसे में देवघर जाने वाले अधिकतर लोग दूसरे सवारी से निकल गए। हालांकि सहरसा के बाद सिमरी बख्तियारपुर , कोपड़िया , बदला घाट और मानसी जाते-जाते ट्रेन पूरी तरह खचाखच भर गई। पहले दिन ट्रेन के सहरसा से विलंब से खुलने के कारण देर से देवघर पहुंचने और विलंब से ही देवघर से वापस सहरसा लौटने की संभावना जताई जा रही थी। हालांकि सोमवार से ट्रेन अपने नियत समय सुबह के 4:25 बजे सहरसा जंक्शन से खुलेगी।
कोसी डाक कावरियां संघ ने रेलवे और खगड़िया सांसद को दिया साधुवाद दिया है। कोसी डाक सेवा संघ के किशोर कुमार शर्मा , हरेराम सिंह , मुन्ना कुमार , कला झा सहित अन्य लोगों ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि रेलवे और खगड़िया सांसद चौधरी महबूब अली कैसर को धन्यवाद है। जिन्होंने कावड़ियों की मदद के लिए ट्रेन परिचालन की आवश्यक मांग की पूर्ति के लिए सफल प्रयास किया है। अब लोगों को खासकर डाक कांवड़ियों को काफी सुविधा मिलेगी। पहले उन्हें रविवार की सुबह सुल्तानगंज पहुंचने में आसानी होगी। फिर देवघर में जल चढ़ाने के बाद वापस घर लौटने में भी उक्त ट्रेन काफी मददगार साबित होगा।
ट्रेन को स्थाई करने की रखी मांग – वहीं डाक कावरिया संघ सहित रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की इंतजार में बैठे कई अन्य लोगों ने भी बताया कि उक्त ट्रेन आस्था की ट्रेन साबित होगी। चूंकि देवघर में बाबा भोलेनाथ की सालों भर पूजा के लिए सहरसा , मधेपुरा , सुपौल , खगड़िया , पूर्णिया , अररिया , किशनगंज से हजारों लोग प्रतिदिन देवघर जाते हैं। ऐसे में यह ट्रेन भागलपुर और देवघर जाने वाले लोगों के लिए वरदान साबित होगी। आस्था की ट्रेन बन जाएगी। इसे स्थाई किया जाना चाहिए। जिससे सालों भर कोसी और सीमांचल के लोगों को देवघर जाने के लिए एक अच्छा विकल्प मिल सके।
क्या कहते हैं कि रेल अधिकारी – हाजीपुर जोन के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि लोगों की मांग को रेलवे बोर्ड से स्वीकृति मिल गई थी। ट्रेन फिलहाल 31 अगस्त तक चलाई जाएगी। अगर लोगों की मांग और ट्रेन परिचालन में का नतीजा अच्छा रहा तो इसे स्थाई भी किया जा सकता है।
बिहार वरिष्ठ पत्रकार चेतन सिंह
