ऑटो ड्राइवर का आरोप- पुराने केस के बहाने थाने बुलाकर फूलपुर पुलिस ने जबरन पकड़ाया शराब का झोला, वीडियो बनाकर किया चालान

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फूलपुर पुलिस पर संगीन आरोप: गरीब को ‘फर्जी’ शराब तस्करी में फंसाने का चक्रव्यूह!

आजमगढ़ जिले के फूलपुर कोतवाली पुलिस पर एक गंभीर आरोप लगा है। इस्लाम उर्फ हिटलर पुत्र मुमताज निवासी सदरपुर बरौली ने कोतवाली में तैनात एक दारोगा और तीन सिपाहियों पर उन्हें फर्जी शराब तस्करी के मामले में फंसाने का चक्रव्यूह रचने का आरोप लगाया है। प्रार्थी ने इसकी शिकायत उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक, पुलिस अधीक्षक आजमगढ़, मुख्यमंत्री, शासन उत्तर प्रदेश व मानवाधिकार को भेजी है और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच और दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

क्या है पूरा मामला?

पीड़ित इस्लाम उर्फ हिटलर ने अपने शिकायती पत्र में उल्लेख किया है कि उनके ऊपर पूर्व में वर्ष 2008 में मारपीट के संबंध में एक मुकदमा माननीय न्यायालय आजमगढ़ में चल रहा है। इस मुकदमे के संबंध में उन्हें अक्सर फूलपुर कोतवाली में उपस्थिति (हाजिरी) के लिए बुलाया जाता था।

प्रार्थी के अनुसार, 29/09/2025 (सोमवार) को शाम करीब 7:30 बजे उसी पुराने मुकदमे का हवाला देकर उन्हें थाने बुलाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि दारोगा गंगा रामबिंद, सिपाही राजेश और दो अज्ञात सिपाही उन्हें घर से बाइक पर बिठाकर तहसील गेट तक ले गए।

शिकायत में कहा गया है कि तहसील में दारोगा गंगा रामबिंद उन्हें लगभग ढाई घंटे तक डराते-धमकाते रहे। इसके बाद, रात करीब 9:30 बजे, उन्हें बाइक पर बिठाकर थाना परिसर से लगे कैफ़ी आज़मी सुदनीपुर रोड पर ले जाया गया। प्रार्थी का आरोप है कि वहां उन्हें बाइक से उतारकर जबरन एक झोला पकड़ा दिया गया और रोड पर चलने को कहा गया। जब उन्होंने मना किया तो उन्हें गोली मारने की धमकी दी गई।

‘झोले में दिखाई गई 10 पाउच शराब’

पीड़ित इस्लाम उर्फ हिटलर ने बताया कि डर के कारण जब वह आगे बढ़े, तो पुलिसकर्मियों ने उनका वीडियो बनाते हुए उनके हाथ में लिए गए झोले की चेकिंग की, जिसमें 10 पाउच अवैध शराब दिखाई गई। इसके बाद उन्हें वापस थाने लाकर एक लिखित सुपुर्दगी नाम बनाकर उनके परिवारजनों को सौंप दिया गया।

प्रार्थी ने खुद को अत्यंत गरीब व्यक्ति बताते हुए कहा है कि वह ऑटो रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पेट पालता है। उन्होंने आरोप लगाया कि फूलपुर कोतवाली पुलिस द्वारा उन्हें जबरन अपराधी बनाने की कोशिश की जा रही है, जिससे वह और उनका पूरा परिवार डरा और सहमा हुआ है।

उच्च अधिकारियों से जांच की मांग

इस गंभीर मामले के सामने आने के बाद, प्रार्थी, उनके परिवार और गांव के लोगों ने उच्च अधिकारियों और मुख्यमंत्री से यह मांग की है कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराई जाए और षड्यंत्रकारी दारोगा सहित अन्य दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कानूनी और उचित कार्रवाई की जाए।

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