रिपोर्ट … मनोज मोदनवाल / फूलपुर , आजमगढ़
फूलपुर, आजमगढ़: सावन का महीना जहां भगवान शिव की आराधना के लिए समर्पित होता है, वहीं शक्ति की पूजा के बिना यह अधूरा माना जाता है। इसी भावना के साथ, फूलपुर में स्थित मां बुढ़िया मंदिर में सावन मास के दौरान वार्षिक ‘कढ़ाई’ चढ़ाई गई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। ग्राम देवता, मां भवानी और माता काली जैसे अन्य देवी मंदिरों के साथ, मां बुढ़िया मंदिर में भी भक्तों ने अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
हवन-पूजन के उपरांत श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया और मंदिर परिसर में लगे मेले का भरपूर आनंद लिया। यह प्रथा आषाढ़ मास से ही प्रत्येक सोमवार और शुक्रवार को जारी है, जब मंदिर समिति के तत्वावधान में यहां एक मेले का आयोजन होता है। इस अवसर पर न केवल गांव और आसपास के क्षेत्रों से बल्कि दूर-दराज बसे लोग भी विशेष रूप से वार्षिक कढ़ाई चढ़ाने और मां के दर्शन करने आते हैं।
स्थानीय मान्यता के अनुसार, प्रत्येक वर्ष सावन मास में मां बुढ़िया की पूजा-अर्चना करने से देवी प्रसन्न होती हैं, जिससे घर-परिवार और पूरा गांव खुशहाल एवं समृद्ध होता है। यही कारण है कि भगवान शिव को प्रसन्न करने के साथ-साथ माता शक्ति की पूजा को भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि शक्ति के बिना शिव की आराधना अधूरी मानी जाती है।
