सहरसा, बिहार । सबहक नजरि दौड़ैत छैक पैघ पैघ धनिक दरबार दिस, कोठाक दिस ककर नजरि पड़ैत छैक गरीबक झोपड़ी पर,ओ जीवैत अछि भूसाक आगि जकां नहुए नहुए जरैत। के देखैत अछि ओकर नोरक धार दिस। मुदा कहते है सेवा ही असली धर्म है, देर रात्रि एक तस्वीर सामने आई जिसमें एक युवक रौशन मिश्रा उर्फ माधव को देखा गया की रोड किनारे और ऐसा परिवार जो अपना जीवन यापन रोड किनारे कर रहें है, जिनके पास सोने के लिए कोई साधन नही वही उन परिवारों के बीच फोल्डेब्ल मच्छरदानी वितरण करते हुए देखा गया। सच में अपने लिए तो सब मुस्कुराते है कभी दूसरे की मुस्कुराहट बन कर देखिये दिल को काफी सकून मिलेगा। आज कई वर्षो से रौशन समाज सेवा करते नजर आ रहें है, स्लम एरिया में जा कर उनलोगो को स्नान कराना, वस्त्र देना दवाई देना ये इनका दिनचर्या हो गया है। बता दूँ की बिगत कई वर्षो से रौशन निचले पायदान के लोगो की आवाज बने हुए है। अपनी टीम रोटी बैंक के साथ भी लगातार 9 वर्षो से भोजन वितरण कराते आ रहें है। सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के बघवा निवासी रौशन कहते है की उनको इसी सेवा में सकून मिलता है। सच में रौशन समाज को रौशन कर रहें है।जिस रौशनी मे गरीब बेसहारा लाचार एवं निर्धन लोग प्रकाशित हो रहे है।जिसके लिए वे लोग रौशन को सच्चे हृदय से आशीर्वाद और दिल से दुआ दे रहे है।
