रिटायर्ड इंस्पेक्टर के साथ फर्जी CBI व एन्टीकरप्शन के अधिकारी बन कर 35 लाख की ठगी करने वाले 2 आरोपी गिरफ्तार

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एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने किया घटना का खुलासा…

आजमगढ़ : साइबर टीम ने रिटायर्ड इंस्पेक्टर से 35 लाख की ठगी करने वाले दो आरोपियों को गुजरात के भावनगर से गिरफ्तार किया है। इन दोनों आरोपियों ने सीबीआई अधिकारी बनकर रिटायर्ड इंस्पेक्टर से 35 लाख रुपए ठगी की घटना को अंजाम दिया था। आरोपियों ने तीन बार में यह पैसे वसूले थे। पुलिस और साइबर टीम को दिए शिकायती पत्र में पीड़ित इंस्पेक्टर ने आरोप लगाया था कि आरोपियों ने सीबीआई का अधिकारी बात कर डरा धमका कर जांच के नाम पर डिजिटल अरेस्ट किया था।

तथा अपने खातों में 35 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए थे। पीड़ित ने अपने साथ ठगी होने के एक माह बाद इस मामले की शिकायत साइबर थाने में दर्ज कराई थी। जिसकी विवेचना प्रभारी निरीक्षक साइबर विभा पाण्डेय द्वारा की जा रही थी। साइबर सेल की इंस्पेक्टर विभा पाण्डेय ने पीड़ित बताया कि साइबर ठग ने अपने आप को सीबीआई और एंटी करप्शन का अधिकारी बताकर पीड़ित को हवाला ट्रांजैक्शन की जांच की बात बताई। इसके साथ ही साइबर ठग ने पीड़ित के एचडीएफसी बैंक का हवाला देते हुए कहा कि आपके खाते से हवाला का ट्रांजैक्शन हुआ है।

ऐसे में इस पूरे मामले की जांच की जा रही है। साइबर ठगों ने इस बात की भी धमकी दी थी कि यदि इस बारे में किसी से कोई चर्चा करोगे तो तुम्हारे खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में जब वह सब्जी लेने बाजार जाते थे तब भी वह साइबर ठगों को फोन करके ही जाते थे। 17 जनवरी को 28 जनवरी को और 20 फरवरी को तीन बार के ट्रांजैक्शन में इंस्पेक्टर ने साइबर ठगों को 35 लाख रुपए दिए।

इस घटना का खुलासा करते हुए जिले के एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि मामले की शिकायत मिलने के बाद इस मामले की छानबीन की जा रही थी। इस दौरान साइबर टीम ने बड़ी संख्या में मोबाइल नंबर बैंक खातों की जांच की जिसके बाद आरोपियों के बारे में जानकारी मिली। पुलिस ने जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है वह दोनों आरोपी गुजरात के भावनगर के रहने वाले हैं।

इनमें एक आरोपी सवैया कौशिक जबकि दूसरा भागीरथ सिंह है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हम लोग सीबीआई अधिकारी बनकर लोगों के साथ फ्रॉड करते हैं और पैसा मांगा कर उसे निकाल लिया करते थे। पुलिस इस मामले की भी जांच कर रही है कि आरोपियों ने अभी तक कितने लोगों के साथ ठगी की घटना को अंजाम दिया है। आरोपियों को न्यायालय भेजा जा रहा है जहां से जेल रवाना किया जाएगा।

 

एसपी ग्रामीण ने बताया कि 35 लाख में से अभी तक डेढ़ लाख रुपए को अकाउंट में होल्ड किया गया है। इसके साथ इस पूरे मामले के मास्टरमाइंड की भी तलाश की जा रही है। वही इस बारे में जिले एसएसपी ग्रामीण चिराग जैन ने जिले की आम जनता से अपील करते हुए कहा कि साइबर ठगी होने पर सबसे पहला साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर अपनी शिकायत दर्ज कराएं।

इसके साथ ही कभी भी व्यक्तिगत जानकारी पासवर्ड ओटीपी किसी को ना दें संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें। ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के समय भी सावधानी बरतें। पुलिस द्वारा फोन कर वीडियो कॉल कर डिजिटल अरेस्ट करने का कोई कानून नहीं है। ऐसे में सावधानी बरत कर इस तरह की ठगी से बचा जा सकता है।

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