योगी खुद बने पहले यात्री
आजमगढ़/गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का शुक्रवार सुबह आजमगढ़ के सलारपुर में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण किया। जनसभा स्थल पर नंद गोपाल नंदी ने उनका स्वागत किया। इसके बाद सीएम ने लोकार्पण कर जनता को संबोधित किया। कहा कि अब आजमगढ़ आतंक का गढ़ नहीं अदम्य साहस का गढ़ बन गया है।
#WATCH आजमगढ़: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “…भाजपा की डबल इंजन सरकार 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए काम कर रही है। उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य से अब एक्सप्रेसवे वाले राज्य के रूप में अपनी पहचान बना रहा है…8 साल पहले आजमगढ़ का नाम लेने… pic.twitter.com/rpTeNMKIrI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 20, 2025
सीएम योगी ने कहा-बेटी और व्यापारी के साथ हर एक नागरिक को सुरक्षा दी जा रही है। सुरक्षा पर जिसने सेंध लगाने का काम किया उसके लिए यमराज का टिकट भी उसे उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा- ये आवश्यक है कि जो दूसरों के सुरक्षा के लिए खतरा बने। उसके लिए पहले से ही एक टिकट रिजर्व करा दो।
मुख्यमंत्री योगी जनसभा को संबोधित करने के बाद मुख्यमंत्री योगी अपने वाहनों के काफिले के साथ इस एक्सप्रेसवे की यात्रा शुरू की। योगी खुद पहले यात्री बने। मुख्यमंत्री करीब 86 किमी की दूरी गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे मार्ग से तय करेंगे।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 91.35 किमी है। यह गोरखपुर के एनएच-27 पर जैतपुर के पास शुरू होकर आजमगढ़ के सलारपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिलता है। चार जिलों गोरखपुर, संतकबीरनगर, अंबेडकरनगर और आजमगढ़ में पड़ने वाला पूर्णतः प्रवेश नियंत्रित यह एक्सप्रेसवे फोरलेन में निर्मित है और इसे भविष्य में सिक्सलेन तक विस्तारित किया जा सकता।
एक्सप्रेसवे की इस परियोजना पर भूमि अधिग्रहण सहित 7283.28 करोड़ रुपये की लागत आई है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण दो पैकेज में गोरखपुर के जैतपुर से अंबेडकरनगर के फुलवरिया तक (48.317 किमी) तथा फुलवरिया से आजमगढ़ के सलारपुर तक (43.035 किमी) किया गया है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे आवागमन सुगमता की मिसाल बनेगा। स्थानीय स्तर पर गोरखपुर के दक्षिणांचल (उरूवा, धुरियापार, खजनी, बेलघाट) जाने में स्थानीय लोगों को काफी कम समय लगेगा। अभी गोरखपुर मुख्यालय से उरूवा जाने में एक घंटे लग जाते हैं, लिंक एक्सप्रेसवे पर फर्राटा भरते हुए समीपस्थ चैनेज से उतरकर सिर्फ 20 से 25 मिनट लगेगा। यही नहीं, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर से लखनऊ जाने के लिए भी एक बेहतरीन और कम समय व्यय वाला विकल्प है।
प्रवेश नियंत्रित मार्ग होने से लिंक एक्सप्रेसवे से वाया पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गोरखपुर से लखनऊ की दूरी साढ़े तीन घंटे में तय हो सकेगी। इसके अलावा इसकी कनेक्टिविटी से लोग लखनऊ से होकर दिल्ली से लेकर आगरा तक के शानदार सफर का आनंद ले सकेंगे। यह स्पीडी होने के साथ सुरक्षित भी होगा।

