वही ताजा जानकारी में अमेरिका ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना का वीजा रद्द कर दिया है तो बांग्लादेश में अराजकता के प्रभाव व प्रसार को देखते हुए पुलिस कर्मियों ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं, पुलिस कर्मी अपनी सुरक्षा के प्रति खतरा बताते हुए हड़ताल पर चले गए हैं…..
फूलपुर एक्सप्रेस
ढाका, नई दिल्ली । बांग्लादेश में आरक्षण की चिंगारी से फैली आग ने जहां सैकड़ों लोगों को मौत के नींद सुला दिया साथ ही सत्ता को पलट दिया तो वही अभी सेना के अधीन सांस ले रही बांग्लादेश की पूरी दम घोटू व्यवस्था में अल्पसंख्यक हिंदू अब सांस लेने में दिक्कत महसूस कर रहे हैं, अल्पसंख्यक खासकर हिंदुओं को बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने अपना निशाना बनाते हुए जहां कई मंदिरों में तोड़फोड़ अग्नि की घटना को अंजाम दिया है तो वही हिंदू परिवार सहित अपना घर भर छोड़कर भारतीय सीमा से लगे गांव में शरण लिए हुए हैं, पिछले महीने जून जुलाई से छात्र आंदोलन के नाम पर इतना बड़ा तख्ता पलट हो जाएगा किसी को अंदेशा नहीं था सब कुछ आंदोलन के बीच 45 मिनट में ऐसा हुआ कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देने के साथ देश भी छोड़ना पड़ा, इसके बाद बांग्लादेश में इस कदर अराजकता मची की लोगों ने जहां कई गाड़ियों को आपके हवाले कर दिया तो वहीं पीएम हाउस और संसद में लूटपाट तोड़फोड़ की, इतना ही नहीं इसके बाद उपद्रवियों ने खासकर कट्टरपंथी सोच के लोगों ने हिंदुओं को निशाना बनाना शुरू कर दिया कई मंदिरों को तोड़ा गया वह हिंदुओं के दुकानों बड़े प्रतिष्ठानों घरों में मकान में अग्नि जनी तोड़फोड़ वह मारपीट की गई, वही इस मामले में संयुक्त राष्ट्र ने जहां बांग्लादेशी नागरिकों से शांति की अपील की है तो वहीं बांग्लादेश के सेना प्रमुख यूनुस ने भी लोगों से शांति बनाए रखने का अपील की, कुल मिलाकर बांग्लादेश की हालत 24 घंटे बाद भीअभी पूरी तरीके से नियंत्रण में नहीं दिखती,
वहीं बांग्लादेश छोड़कर भारत पहुंची पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को कड़ी सुरक्षा के बीच 24घंटे से अधिक समय से एयरपोर्ट के एक गेस्ट हाउस में रखा गया है, हालांकि अन्य देश से अधिकृत तौर पर शरण मिलने के बाद वह भारत से चली जाएगी लेकिन इसी बीच अमेरिका उनका वीजा रद्द कर दिया, लेकिन इन सबके बीच अमेरिका में रह रहे शेख हसीना के बेटे ने साफ तौर पर कहा है कि यह एक बड़ा षड्यंत्र हुआ, जिसमें अमेरिका पाकिस्तान कट्टरपंथी सोच के लोग शामिल है, साथ उन्होंने कहा कि उनकी मां शेख हसीना पूरी तरीके से राजनीति से संन्यास लेंगे साथी वह आप अपने परिवार के प्रति समर्पित होगी, साथ उन्होंने बांग्लादेश पुणे लौटने पर इनकार कर दिया उन्होंने कहा कि अभी बांग्लादेश के हालात कुछ सालों तक सामान्य नहीं हो सकते, मेरी मां ने देश को बनाने का कार्य किया। वही कट्टरपंथी उनके प्रति दुर्भावना पेश आ रहे हैं और जहां उनकी तस्वीरों को फाड़ जा रहा है वही बांग्लादेश के संस्थापक बांग्लादेश के राष्ट्रपिता कहे जाने वाले मुजीबुर रहमान की प्रतिमा को भी क्षतिग्रस्त कर रहे हैं,
बांग्लादेश में हिंसा और संसद भंग के बाद पूर्व पीएम खालिदा जिया रिहा हो गई, भारतीय विदेश मंत्री, जयशंकर प्रसाद बोले-हसीना सदमे में, ठीक होने का समय दे रहे; बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले हुए ढाका में सोमवार को प्रदर्शनकारी पीएम आवास में घुस गए। वहां लूटपाट की, जिसे जो मिला उठा ले गए। बांग्लादेश में हिंसा के बीच राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने संसद को भंग कर दिया है। वही सेवा प्रमुख यूनुस ने जल्द अंतरिम सरकार बनाए जाने की घोषणा की, और सेना प्रमुख को अंतरिम सरकार का मुख्य सचिव भी बनाया गया
काफी पहले से बांग्लादेश में प्रताड़ित रहे हिंदुओं मैं जहां बांग्लादेश को छोड़कर भारत में शरण ली हुई है तो वहीं एक बार फिर एक करोड़ 35 लाख हिन्दू एक बार फिर भारत की तरफ देख रहे है, इस मामले में संसद में दिए गए बयान विदेश मंत्री जयशंकर प्रसाद ने बांग्लादेश की हालत काफी चिंताजनक है जिस पर केंद्र सरकार निकाह बनाए हुए हैं साथ हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और उनके प्रति व्यवहार को लेकर भी भारत काफी चिंतित है, साथी बांग्लादेश से भारतीय छात्रों को भी निकाल लिया गया है, वहीं भारत सरकार ने तत्काल प्रभाव से जहां ट्रेन सेवा, रोड यातायात, और हवाई सेवा को रोक दिया है लेकिन सबसे ज्यादा दिक्कत है उनको आ रही है जो दोनों देशों में अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए आए हुए जिनका अब अपने देश वापस जाने में पूरी तरीके असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
बांग्लादेश में हिंदुओं के प्रति आए इस रवैया के पीछे पहले से ही षड्यंत्र चल रहा है, 1951 में जहां 79% मुस्लिम तो 22% हिंदू थे तो वहीं अब यह संख्या आबादी के हिसाब से बांग्लादेश में 91.08% मुस्लिम लगभग 7.96% हिंदू बच्चे हुए हैं जो आप अपनी जान माल की रक्षा के लिए गुहार लगा रहे हैं, हालांकि इस मामले में सीधे-सीधे भारत सहित कोई भी देश हस्तक्षेप नहीं कर सकता क्योंकि अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार या उनके आंतरिक मामला है, लेकिन पिछले एक दशक से हिंदू हितों की रक्षा के लिए वकालत करने वाली मोदी सरकार इस विषय में गंभीर चिंतन मनन कर रही है।