टेलीग्राम व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर कंपनियों के नाम पर धोखाधड़ी साइबर ठगी करने वाला अभियुक्त गिरफ्तार

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आजमगढ़। जस्टडील टेलीग्राम व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म से लोगो के कांटेक्ट नंबर प्राप्त कर पार्ट टाइम जॉब, व विभिन्न कंपनियों के कॉन्ट्रैक्ट दिलाने के नाम पर लगभग 30 लाख की साइबर ठगी करने वाला अभियुक्त गिरफ्तार किया गया। जानकारी के अनुसार साइबर क्राइम थाना परिक्षेत्र आजमगढ़ को कई प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए थे की जस्टडील, टेलीग्राम सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से लोगों के काटेक्ट नंबर प्राप्त कर पार्ट टाइम जॉब, व् विभिन्न कंपनियों के कॉन्ट्रैक्ट के नाम पर व्यापक स्तर पर साइबर धोखाधड़ी की जा रही है, और जनपद के मासूम लोगों व दुकानदारों के बैंक खाते अलग-अलग राज्यों से फ्रीज हो रहे है। शिकायत पर तत्काल संज्ञान लेते हुए अपर पुलिस महानिदेशक साइसराइ मुख्यालय लखनऊ प्रो० त्रिवेणी सिंह, पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम मुख्यालय लखनऊ एवं अनुराग आर्य, पुलिस अधीक्षक जनपद आजमगढ़ के निर्देशानुसार तकनीकी संसाधन का प्रयोग करते हुए साइबर क्राइम माना परिक्षेत्र आजमगढ़ टीम द्वारा अभिसूचना संकलन करके कार्यारम्भ की गयी तो उक्त प्रार्थना पत्र की जाँच से पंकज सिंह पुत्र रवि प्रकाश सिंह ग्राम सराय वृन्दावन थाना तर उनका नाम प्रकाश में आया। रविवार 10-09-2023 को विमल प्रकाश राय, प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम थाना टीम उपरोक्त जाँच में लगे हुए थे की सोकेशन के आधार पर प्रकाश में आये अभियुक्त पंकज सिंह पुत्र रवि प्रकाश सिंह ग्राम सराय वृन्दावन थाना तरा जनपद आजमगढ़ को पिचीरा बाज़ार बरदह से गिरफ्तार किया गया तथा उसके पास से अपराध में प्रयुक्त कई मोबाइल नंबर आधार कार्ड, पासबुक व् कंपनियों के कागजात बरामद किया गया। पूछ-ताछ अभियुक्त अभियुक्त पंकज सिंह से उक्त अपराध के सम्बन्ध में पूछ-ताछ की गयी तो बताया की मेरी मुलाकात मुंबई में मनीष पड़े से हुई थी उसीसे मैंने यह अपराध करना सिखा था. मैं गूगल वा अन्य एप से लोगों के कॉटेक्ट नंबर प्राप्त कर पार्ट टाइम विभिन्न कंपनियों के कॉन्ट्रैक्ट दिलाने के नाम पर कॉल मेसेज कर उनके साथ धोखाधड़ी करता था. मैं उन लोगो से पैसा दुकानदारों व ग्राहक सेवा केंद्र के बैंक खातों में मंगवा के ट्रान्सफर कैश कर लिया करता था अब तक मैं लगभग 100 लोगों के साथ 30 लाख तक की धोखाधड़ी कर चूका हूँ अभियुक्त के पास से बरामद मोबाइल नंबर से NCRP व CYCAPS पोर्टल पर चेक किया गया तो लगभग 10 राज्यों में प्लेट की जानकारी हुई है जिनसे संपर्क कर आवश्यक किया जा रहा है।आरोपी के पास से बरामदगी में
सिम कार्ड-05, मोबाइल फोन-102. आधार कार्ड-15, विभिन्न कंपनियों के फर्जी कागजात, पासबुक भी मिला। गिरफ्तारी व जांच टीम में साइबर क्राइम थाना आजमगढ़, टीम निरीक्षक श्रीप्रकाश राय, निरीक्षक श्रीमती विभा पाण्डेय,
संजय कुमार उ०नि० प्रमोद कुमार, मु०आ० मनीष सिंह, भाजीत मौर्या का खां का महिपाल यादव सहित अन्य सामिल रहे।

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