गोआश्रय स्थलों पर रोस्टरवार सफाईकर्मी लगाकर साफ-सफाई एवं सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव कराना सुनिश्चित करें- डीएम

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आजमगढ़ : जिलाधिकारी  की अध्यक्षता में  कलेक्ट्रेट सभागार में लम्पी स्किन डिजीज (त्वचा गांठ रोग) एवं गोवंश संरक्षण की समीक्षा बैठक की गई। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 चंद्रभान कश्यप को निर्देश दिया कि तत्काल युद्ध स्तर पर सघन टीकाकरण अभियान चलाकर जनपद के सीमावर्ती ग्रामों में रिंग वैक्सीनेशन करने हेतु टीम का गठन कर लिया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि गोआश्रय स्थलों पर रोस्टरवार सफाईकर्मी लगाकर साफ-सफाई एवं सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव कराना सुनिश्चित करें। समस्त गोआश्रय स्थलों पर एलएसडी टीकाकरण करायें। उन्होने संक्रमित गोवंश को अलग रखने का निर्देश मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दिये। उन्होने कहा कि संक्रमण से प्रभावित छुट्टा गोवंश के संरक्षण हेतु अलग गोशाला बनायें। उन्होने निर्देश दिया कि प्रभावित ग्रामों का प्रतिदिन सूचना संकलन एवं रिंग वैक्सीनेशन का कार्य कराते रहें। उन्होने कहा कि उपचार हेतु निर्धारित एसओपी का पालन किया जाए। उन्होने कहा कि रैपिड रिस्पांस टीम का गठन कर लिया जाय तथा टीकाकरण हेतु माईक्रोप्लान बनाना सुनिश्चित करें।

जिलाधिकारी ने कहा कि रोग के प्रकोप के समय निकटतम पशु चिकित्साधिकारी को सूचित करें। प्रभावित पशु को स्वस्थ पशु से अलग रखें। प्रभावित पशु का आवागमन प्रतिबंधित करें। पशुओं को सदैव साफ पानी पिलायें। प्रभावित पशु के दूध को उबाल कर पियें। पशुओ को मच्छरों, मक्खियों, किलनी आदि से बचाने हेतु पशुओ के शरीर पर कीटनाशक दवाओ का प्रयोग करें एवं पशु बाड़े की फिनायल/सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव करें। इसी के साथ ही उन्होने कहा कि रोग के प्रकोप के समय सामूहिक चराई के लिए अपने पशुओ को ना भेजें। पशु मेला एवं प्रदर्शनी में अपने पशुओ को ना भेजें तथा बीमार एवं स्वस्थ पशुओं को एक साथ चारा- पानी ना करायें।

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 चन्द्रभान कश्यप ने बताया कि योजना के अनुश्रवण हेतु डा0 ओम प्रकाश आनन्द, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी (मोबाइल नं0-9415965821) को जनपदीय नोडल अधिकारी नामित किया गया है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता, डीपीआरओ श्रीकान्त दर्वे एवं समस्त पशु चिकित्साधिकारी उपस्थित रहे।

कृषि सूचना तंत्र सुदृढीकरण एवं आत्मा योजनान्तर्गत कृषि निवेश मेला/किसान गोष्ठी का आयोजन

विकास खण्ड-सठियाँव, बिलरियागंज, अजमतगढ, हरैया के परिसर में कृषि सूचना तंत्र सुदृढीकरण एवं आत्मा योजनान्तर्गत कृषि निवेश मेला/किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें सम्बन्धित विकास खण्ड के सु-दूर क्षेत्रों से आये तमाम कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। उक्त मेले में कृषि विज्ञान केन्द्र कोटवा/लेदौरा आजमगढ़ के वैज्ञानिकों एवं कृषि महाविद्यालय कोटवा के प्राध्यापकों द्वारा सम-सामयिक विषयों पर विस्तृत चर्चा करते हुए खरीफ फसलों विशेषकर श्री अन्न, दलहन एवं धान की फसलों पर विशेष जानकारी दी गयी। उक्त गोष्ठी में खरीफ फसलों में लगने वाले कीट/रोग की जानकारी दी गयी तथा अवर्षण की स्थिति में इससे बचाव के उपाय बताये गये एवं वैकल्पिक कार्ययोजना के अनुसार फसलें लेने हेतु प्रशिक्षित किया गया। कृषि विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गयी तथा कृषि वैज्ञानिकों द्वारा कृषकों की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया गया। उप कृषि निदेशक, मुकेश कुमार द्वारा बताया गया कि विकास खण्ड सठियॉव में आयोजित मेले में मुख्य अतिथि के रूप में श्री ध्रुव कुमार सिंह जिलाध्यक्ष आजमगढ एवं के0वी0के0 कोटवा के वैज्ञानिकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। सभी विकास खण्डों में कृषि एवं संवर्गीय विभागों द्वारा सूचनापरक स्टॉल लगाते हुए कृषकों को लाभान्वित किया गया। उप कृषि निदेशक आजमगढ़ द्वारा विकास खण्ड सठियॉव में कृषकों को विभागीय योजनाओं की विस्तृत जानकारी देते हुए उन्हें लाभ उठाने की अपील की गयी।

पात्र कृषकों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ दिलाने जाने हेतु योजना

आजमगढ़ : उप कृषि निदेश  मुकेश कुमार ने बताया है कि शासन एवं जिलाधिकारी महोदय आजमगढ़ द्वारा प्राप्त निर्देश के परिपालन में जनपद के समस्त पात्र कृषकों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ दिलाने जाने हेतु योजना से सम्बन्धित किसानों के अवशेष ईकेवाईसी/भूलेख अंकन/बैंक खातों की आधार सीडिंग आदि प्रकरणों का निदान सतत रूप से होता रहे, इस उद्देश्य से ‘‘पी0एम0 किसान सेवा केन्द्र/शिविर’’ एवं हेल्प डेस्क कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा हैं। उप कृषि निदेशक ने बताया कि पूर्व से स्वीकृत कृषकों में से कुछ के भूलेख सत्यापन, आधार सीडिंग एवं ई-के0वाई0सी0 का कार्य अभी भी अवशेष है। इन सभी कारणों को ध्यान में रखते हुए जनपद की समस्त तहसीलों एव विकास खण्डों में ‘‘पी0एम0 किसान सेवा केन्द्र/शिविर’’ का आयोजन किया जा रहा है। उन्होनें यह भी बताया कि आगामी 15वीं किस्त हेतु किसानों के पी0एम0 किसान पोर्टल पर भूमि का विवरण दर्ज होना, पी0एम0 किसान पोर्टल पर ई0के0वाई0सी0 होना तथा किसानों के बैंक खाते को आधार सीडिंग एवं एन.पी.सी.आई. से लिंक होना शासन द्वारा अनिवार्य कर दिया गया है। उन्होने जनपद के सम्मानित किसान भाईयों से अपेक्षा किया है कि भूलेख अंकन कराने, ई-के0वाई0सी0 कराने अथवा बैंक खाते की आधार सीडिंग युक्त बैंक खाता पोस्ट आफिस के माध्यम से खुलवाने के लिये अपने आधार एवं खतौनी की नकल सहित अपने निकटतम आयोजित सेवा केन्द्र/शिविर/हेल्प डेस्क में उपस्थित होकर समस्या का समाधान अवश्य करा लें। जिससे योजना का निरन्तर लाभ प्राप्त कर सकें।

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