महाराष्ट्र कैबिनेट बैठक; भारत रत्न पुरस्कार के लिए प्रस्तावित करने का फैसला? जाने-कमाई का कितना हिस्सा दान करते थे रतन टाटा

महाराष्ट्र कैबिनेट बैठक; कमाई का कितना हिस्सा दान करते थे रतन टाटा, भारत रत्न पुरस्कार के लिए प्रस्तावित करने का फैसला?

आज एक बैठक में महाराष्ट्र कैबिनेट ने उद्योगपति रतन टाटा का नाम भारत रत्न पुरस्कार के लिए प्रस्तावित करने का फैसला किया है। महाराष्ट्र कैबिनेट ने आज एक शोक प्रस्ताव भी पारित किया।

महाराष्ट्र कैबिनेट ने आज एक शोक प्रस्ताव भी पारित किया
महाराष्ट्र कैबिनेट ने आज एक शोक प्रस्ताव भी पारित

कमाई का कितना हिस्सा दान करते थे रतन टाटा

दिग्गज उद्योगपति और टाटा संस (Tata Sons) के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा (Ratan Tata) के निधन से पूरे देश में गम का माहौल है। 1937 से लेकर 2024 तक के सफर में रतन टाटा ने कई ऐसे काम किए जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। टाटा कंपनी (Tata Company) को ऊंचाइयों तक पहुंचाने के बावजूद रतन टाटा खुद जमीन से जुड़े हुए थे। वो अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा दान कर देते थे। 86 साल की उम्र में उन्होंने मुंबई के कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली और पीछे छोड़ गए अपनी इंसानियत और बेशुमार दौलत जिसपर अब किसी और का हक होगा।

बीते 7 अक्टूबर को ही ये दुखद खबर सामने आ गई थी कि रतन टाटा की तबीयत बहुत खराब है। हालांकि, दिग्गज बिजनेसमैन ने इसपर रिएक्शन देते हुए कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है और वो बिल्कुल ठीक है। सोशल मीडिया पर उनके इस पोस्ट से उनके लाखों चाहने वालों ने राहत की सांस ली, लेकिन दो दिन बाद ही रतन टाटा ने दम तोड़ दिया जिससे पूरे देश में शोक की लहर दौड़ उठी.

कितनी संपत्ति के मालिक थे रतन टाटा? 

रतन टाटा की गिनती सबसे सफल बिजनेसमैन की लिस्ट में होती है। ऐसा कहा जाता है कि वो जिस बिजनेस में हाथ डाल देते थे उसे सफल बनाकर ही दम लेते थे। उनके नेतृत्व में TATA Group ने सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में लोहा मनवाया। रतन टाटा ने साल 1991 में ग्रुप की कमान अपने हाथों में लिया और 2012 तक टाटा कंपनी के चेयरमैन बने रहे। टाटा ग्रुप के अंतर्गत रसोई के समान से लेकर आसमान में उड़ने वाले हवाई जहाज तक का नाम शामिल है। टाटा ग्रुप के अंदर 100 से ज्यादा लिस्टेड और अनलिस्टेड कंपनियां हैं और इनका कुल कारोबार 300 अरब डॉलर का है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रतन टाटा अपने पीछे करीब 3800 करोड़ रुपये की दौलत छोड़ गए हैं। बता दें कि दिग्गज उद्योगपति ने शादी नहीं की थी। ऐसे में इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि अब उनके निधन के बाद अरबों रुपये का मालिक कौन होगा?

कौन होगा रतन टाटा का उत्तराधिकारी? 

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस समय रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा संभावित उत्तराधिकारियों में से टॉप पर चल रहे हैं। जानकारी के लिए बता दें कि नोएल टाटा रतन टाटा के पिता नवल टाटा के दूसरी पत्नी के बेटे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि परिवार का सदस्य होने के कारण रतन टाटा की संपत्ति का वारिस नोएल टाटा और उनके बच्चे हो सकते हैं। हालांकि, अभी इसपर आधिकारिक पुष्टि होना बाकी है।

कितना हिस्सा दान कर देते थे रतन टाटा?

रतन टाटा दिग्गज बिजनेसमैन के साथ-साथ अपनी दरियादिली के लिए भी जाने जाते थे। वो हमेशा मदद के लिए सबसे आगे नजर आते थे। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि वो अपनी आमदनी का बड़ा हिस्सा दान कर देते थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टाटा होल्डिंग कंपनी के तहत कमाई का 66 प्रतिशत हिस्सा दान किया जाता था। ‘भारत के रतन’ भले ही इस दुनिया से चले गए हों, लेकिन जब भी किसी बिजनेस आइकन और दानवीरों की बात होगी, रतन टाटा का नाम गर्व से लिया जाएगा।

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