आजमगढ़। आजमगढ़ जिले के स्थापना दिवस के अवसर पर प्रशासन द्वारा आयोजित आजमगढ़ महोत्सव के प्रथम सत्र हरिऔध कला केंद्र आडिटोरियम में मुख्य अतिथि आकांक्षा समिति की अध्यक्ष अंगिरा भारद्वाज द्वारा दीप प्रज्वलन कर के किया गया। इस दौरान आयोजन समिति ने मुख्य अतिथि को अंगवस्त्र व निजामाबाद की निर्मित ब्लैक पोटरी से बना मोमेंटो से सम्मानित किया। वहीं कलाकारों के द्वारा किए गए उनके प्रतिभाग में उनके कठिन परिश्रम का जिक्र करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि आप सभी उनकी मेहनत को सराहें यदि कोई कमियां रह जाए तो उसको भूलकर अच्छाइयों पर ध्यान दें उन्होंने उन सभी लोगों का जिक्र व तारीफ की जिसकी मेहनत मंच पर नहीं दिखती लेकिन वो पर्दे के पीछे रहकर अपना मत्त्वपूर्ण योगदान दे रहे है जैसे समस्त मातहत जिसमे सफाईकर्मी, चपरासी, ड्राईवर विशेष को तथा उनके सहयोग को सराहा। आज मंच पर प्रथम आयोजित कार्यक्रम कलाकारों के द्वारा गणपति वंदना नृत्य गीत देवा श्री गणेशाष् समूह द्वारा प्रस्तुत किया गया जिसने उपस्थित सबको मंत्रमुग्ध किया। हुनर संस्थान द्वारा आजमगढ़ महोत्सव पर आधारित थीम सॉन्ग बोल जय हो आजमगढ़ पर आधारित समूह द्वारा नृत्य की अदभुत झलकियां प्रस्तुत की गई। जिसमें आजमगढ़ के समस्त पौराणिक स्थानों बाबा भवरनाथ मंदिर, भैरोबाबा मंदिर महराजगंज चंद्रमा ऋषि, दत्ताट्रेय, दुर्वाशा धाम को व पौरानिक महत्व को गीत और नृत्य के माध्यम से बताया गया है।
साथ ही पूर्वांचल एक्सप्रेस वे तथा अन्य विकास कार्यों को प्रमुखता से दर्शाया गया था। राहुल सांकृत्यान स्कूल के बच्चों द्वारा हरियाणवी गूंगा धमोड़ा गीत पर आधारित नृत्य निर्देशन सुनील कुमार बच्चों द्वारा मनमोहक समूह नृत्य का प्रदर्शन किया गया। प्रथम सत्र उद्घाटन में विशेष रूप से कला का प्रदर्शन करने वाले कलाकारों का मुख्य विकास अधिकारी व एडीएम वित्त एवम् राजस्व ने सम्मानित किया गया। मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता ने में अध्यक्षा आकांक्षा समिति व उपस्थिति सभी का आभार जताया। एडीएम वित्त एवं राजस्व ने विशेष कर अध्यक्षा आकांक्षा समिति की अध्यक्ष का विशेष आभार जताया कहा कि वह तीज के निर्जला व्रत में रहकर भी इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रही। राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त सूत्रधार संस्थान के सचिव अभिषेक पंडित रंगकर्मी सुनील दत्त विश्वकर्मा विनीत सिंह अभिषेक राय जनपद के विभिन्न गणमान्य नागरिकगण व पत्रकार आदि।
