गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद में कुत्ता काटने से 14 साल के बच्चे की तड़प-तड़पकर मौत हो गई। एम्स से लेकर तमाम बड़े हॉस्पिटलों ने उसको लाइलाज घोषित कर दिया। बुलंदशहर में एक वैद्य के यहां दिखाकर लौटते वक्त बच्चे ने एंबुलेंस में अपने पिता की गोद में दम तोड़ दिया। पीड़ित परिजनों की मांग है कि जिस महिला ने कुत्ते पाल रखे हैं, उस पर कठोर कार्रवाई हो। दादा मतलूब अहमद ने बताया कि बच्चा परसों ही मर गया और उसका कल ही सुपुर्द ख़ाक किया गया उनके मुताबिक दो महिलाओं सहित चार लोगों पर नामजद रिपोर्ट दर्ज कराया गया है जिसमें वह लोग घर के बाहर कुत्तों के लिए खाना रखते हैं और कुत्ते पालते भी हैं दादा ने बताया कि एक से डेढ़ माह पहले ही बच्चे को कुत्ते ने काटा था वह इस बात को घर वालों से छुपाए रखा जिसके सिम्टम्स लक्षण 8 से 10 दिन से नजर आने लगे थे 14 साल का बच्चा पानी से डर रहा था हवा से भी डर रहा था साथ ही अंधेरे कमरे में रहने का आदी हो रहा था और कुत्ते की तरह भौंक भी रहा था इसके बाद इलाज में किसी प्रकार का लाभ न होने से बच्चों की एंबुलेंस में ही मौत हो गई। इस खबर ने हर उस परिवार को झगझोर दिया जो गलियों में आवा गमन करते हैं और उन गलियों में आवारा या पालतू कुत्तों का विचारण होता रहा है।