आजमगढ़ : सघन मिशन इन्द्र धनुष के प्रथम चरण 7 से 12 अगस्त के दृष्टिगत मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय, आज़मगढ़ में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 आईएन तिवारी की अध्यक्षता में आगामी सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान की तैयारियों हेतु सामुदायिक सहभागिता, जन भागीदारी को बढावा देने हेतु एक जनपद स्तरीय धर्मगुरुओं की अभिमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें जनपद में विभिन्न धर्मो के प्रमुख ज्ञाता और विभिन्न धार्मिक संस्थानों के प्रमुख उपस्थित रहे। मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा सभी प्रतिभागीयों को अभियान के तीन चरण की रणनीति तथा धर्म गुरुओं की भूमिका और आगामी चरणों की तैयारी और शहरी व ग्रामीण क्षेत्र की कार्ययोजना पर विस्तार से बताया गया।
कार्यशाला में यूनिसेफ़ के समन्वयक प्रवेश मिश्र द्वारा सामुदायिक जागरुकता हेतु धर्मगुरुओं की भूमिका और 5 वर्ष से कम आयु के वच्चो एवम गर्भवती महिला जो टीककरण से छूटे/वंचित/प्रतिरोधी परिवारों को प्रेरित करने हेतु उनके प्रयासों पर प्रकाश डाला गया और प्रतिभागीयों से समाज मे फैले टीककरण के प्रति भ्रांतियों को दूर करने एवम परिवार को जागरूक करते हुए शत प्रतिशत टीकाकरण करने पर बल दिया गया। कार्यशाला में विहारी जी मंदिर के पुजारी संत प्रकाश जी द्वारा संस्थान द्वारा पूर्व में किये गये जागरूकता अभियान पर प्रकाश डाला गया एवं सहयोग प्रदान करने की बात किया गया। जामे तूल फ़लाह के निदेशक मौलाना ताहिर मदनी, शहर इमाम मौलाना इंतेखाब आलम, जामा मस्जिद के इमाम कमर अब्बासी द्वारा मस्जिद एवं मदरसा से एलान तथा तकरीर सभा द्वारा जागरूकता हेतु छात्रों को प्रेरित की तथा सभी अभिभावकों को संस्थान के माध्यम से संदेश देने का संकल्प लिया गया।
सरायमीर बैतूल उलूम, मुबारकपुर से आये मौलाना द्वारा उपस्थित सभी इमाम और शहर के सभी मस्जिद मदरसों के प्रमुख की तरफ से सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान के चरणों के दौरान एलान व तकरीर करने का आश्वासन दिया गया। साथ ही साथ उन्होनें विभाग द्वारा प्रदत्त प्रतिरोधी परिवारों की सूची पर विशेष प्रेरक अभियान चलाने की बात कही। कार्यक्रम में निज़ामाबाद गुरुद्वारा के सतनाम सिंह द्वारा प्रार्थना सभा मे शामिल लोगों तथा स्पीकर के माध्यम से मिशन इंद्रधनुष टीकाकरण अभियान के बारे में जागरूक करने की बात की गई। कार्यक्रम में यूनिसेफ़ के मण्डलीय स्वास्थ्य समन्वयक सौरभ सिन्हा, डब्ल्यूएचओ के डॉ0 विनय शंकर, यूएनडीपी पूनम शुक्ल ने अपने विचार व्यक्त किये। कार्यशाला का समापन जिला प्रतिरक्षण अधिकारी द्वारा सभी धर्मगुरुओं को उनके सहयोग हेतु धन्यवाद देकर किया गया। इसका संचालन जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉक्टर ए.अज़ीज़ द्वारा किया गया।