शिक्षक बहाली में अवसर नहीं मिलने को लेकर सैकड़ों अभ्यर्थी खटखटाएंगे उच्च न्यायालय का दरवाजा

  • वर्ष 2011 के बाद संगीत प्रशिक्षित अभ्यर्थियों के लिए नहीं आयोजित हुआ है.
  • एसटीईटी परीक्षा वर्तमान शिक्षक बहाली में पिछड़ रहे सैकडों संगीत प्रशिक्षित अभ्यर्थी.

सहरसा बिहार : मंगलवार को सहरसा , सुपौल , मधेपुरा सहित बिहार के अन्य जिला से सैकड़ों संगीत प्रशिक्षित अभ्यर्थी पटना पहुंचे। वे उच्च न्यायालय से वर्तमान शिक्षक बहाली में मौका देने की गुहार लगाएंगे। जिसकी पूरी तैयारी कर ली है। बिहार संगीत योग्यताधारी प्रशिक्षित बेरोजगार संघ के अध्यक्ष उत्तम कुमार ने बताया कि वर्ष 2011 में सरकार द्वारा संगीत विषय से एसटीईटी परीक्षा ली गई थी। जिसके बाद कभी भी संगीत विषय के लिए एसटीईटी परीक्षा नहीं ली गई। जबकि वर्ष – 2019 में संगीत और कुछ विषयों को छोड़कर बाकी विषयों की परीक्षा ली गई थी। अब बीपीएससी – 2023 की परीक्षा में वही अभियर्थियों से आवेदन लिया जा रहा है। जिन्होंने एसटीईटी परीक्षा पास किया हो। ऐसे में बीते दिनों रघुनंदन ठाकुर एवं अन्य के द्वारा उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। जहां बीते 20 जुलाई को न्यायालय ने आदेश दिया कि 22 जुलाई तक ऑनलाइन और ऑफलाइन संगीत के अभ्यर्थियों का भी आवेदन लिया जाए। साथ ही तीन महीने के भीतर परीक्षा भी लिया जाए। लेकिन बीपीएससी द्वारा बताया जा रहा है कि जिन्होंने उच्च न्यायालय में आवेदन किया था। वे ही फॉर्म भर सकते है। ऐसे में सिर्फ केस करने वाले अभ्यर्थी ही आवेदन कर सकते है। जिससे राज्य के हजारों संगीत प्रशिक्षित अभ्यर्थियों का भविष्य अंधकार में चला गया है। जिससे बचने के लिए अब सामूहिक रूप से उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। मौके पर दर्जनों संगीत प्रशिक्षित अभ्यर्थी मौजूद थे।

बिहार वरिष्ठ पत्रकार चेतन सिंह

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