आजमगढ़ से संचालित होता था ऑनलाइन गेमिंग का काला कारोबार
कन्नौज, उत्तर प्रदेश – कन्नौज पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में 10 ठगों को गिरफ्तार किया गया है, जो फर्जी गेमिंग ऐप्स के ज़रिए लोगों को निशाना बनाते थे। इन ऐप्स को इस तरह से डिज़ाइन किया गया था कि गेम खेलने वाला हमेशा हारता था।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) विनोद कुमार ने बताया कि इस गिरोह का नेटवर्क भारत के बाहर फिलीपींस और नेपाल तक फैला हुआ था। ये लोग पंजीकृत गेमों की नकल करके फर्जी ऐप्स बनाते थे। जब कोई व्यक्ति इन ऐप्स पर गेम खेलता था, तो उसके पैसे सीधे गिरोह के साथियों के “कॉर्पोरेट अकाउंट” में जमा हो जाते थे। पुलिस ने जांच में पाया है कि इन खातों में ₹1.5 करोड़ से लेकर ₹25 करोड़ तक जमा किए गए थे।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम:
- मोहित चोपड़ा (विकासपुरी, दिल्ली)
- संदीप गुप्ता (महावीर विहार, दिल्ली)
- अजीत कुमार (बघुआ, संतकबीरनगर)
- सतीश कुमार मौर्य (रामपुर गोसार्क, अमेठी)
- आशुतोष कुमार (श्याम विहार, लखनऊ)
- यश श्रीवास्तव (राजाजीपुरम, लखनऊ)
- आयुष पाल (फत्तेपुर अलीगंज, लखनऊ)
- मोहम्मद साहिल (रामलीला मैदान, लखनऊ)
- अमित गुप्ता (फूलपुर, आजमगढ़)
- अंकित सिंह (डोमीपुर, प्रतापगढ़)
गिरोह की कार्यप्रणाली:
एसपी ने बताया कि यह गिरोह चार स्तरों में काम करता था:
- इसमें गोरखपुर के शनि मौर्य, दिल्ली के अर्जुन और लखनऊ के आयुष शुक्ला शामिल हैं, जो अभी फरार हैं। ये लोग मुख्य संचालक थे।
- इन्हें “मीडिया” के नाम से जाना जाता था। इनका काम फर्जी गेम का प्रचार करके लोगों को जोड़ना था।
- इस स्तर में कॉर्पोरेट अकाउंट धारक होते थे, जिनके खातों में ठगी का पैसा जमा होता था।
- ये लोग गिरोह का विस्तार करने के लिए ऐसे लोगों की तलाश करते थे, जिनके पैन कार्ड, बैंक खाते और आधार कार्ड जैसे दस्तावेज का इस्तेमाल करके नए खाते खोले जा सकें।
कैसे हुआ खुलासा?
यह पूरा रैकेट तब सामने आया जब दिल्ली के मोहित चोपड़ा और संदीप गुप्ता ने एक हरदोई निवासी कार चालक से लखनऊ जाने के लिए कार बुक की। लखनऊ में अपना काम निपटाकर जब वे वापस दिल्ली लौट रहे थे, तो उन्नाव के पास चालक ने पैसे मांगे, जिस पर दोनों में विवाद हो गया। कन्नौज पहुंचने पर चालक ने हरदोई मोड़ पर कार रोककर डायल 112 को बुलाया। पुलिस के आने के बाद पूछताछ में इस पूरे गिरोह का भंडाफोड़ हुआ।
पुलिस ने आरोपियों के पास से दो लग्जरी कारें, 13 मोबाइल फोन, 17 सिम कार्ड और ₹1.76 लाख नकद बरामद किए हैं। सभी गिरफ्तार आरोपियों को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है।
