दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में आ सकते हैं कई चेहरे, फाइनल मुहर लगाएंगे केजरीवाल…
फूलपुर एक्सप्रेस
दिल्ली। शराब घोटाला केस में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने 177 दिन बाद कुछ शर्तों के साथ जमानत दिया दो दिन पूर्व तिहाड़ जेल से रिया हुए अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि वो दो दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे देंगे. केजरीवाल ने रविवार को पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह घोषणा की है. उन्होंने आम आदमी पार्टी के मुख्यालय में कहा, “मैं सीएम की कुर्सी से इस्तीफ़ा देने जा रहा हूं और मैं तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा जब तक जनता अपना फ़ैसला न सुना दे.”
अरविंद केजरीवाल दो दिनों के बाद अपना इस्तीफ़ा देंगे. उन्होंने कहा है कि जब तक जनता उनको इस पद पर बैठने के लिए नहीं कहेगी, तब तक वो फिर से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे. इसी बीच दिल्ली राज्य की गर्म हुई सियासत में अब कुछ महीने के मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं,
जिसमें प्रमुख रूप से इसमें मंगलोपुरी से आम आदमी पार्टी के विधायक राखी बिड़ला का नाम सबसे आगे है. वह अरविंद केजरीवाल का विश्वस्त होने के साथ ही दलित समुदाय से भी आती हैं.
सीएम फेस की रेस में आम आदमी पार्टी की विधायक बंदना कुमारी भी हैं. वह शालीमार बाग विधानसभा क्षेत्र से AAP विधायक हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री के रेस में दिल्ली के परिवहन मंत्री भी हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि कैलाश गहलोत ओबीसी समुदाय से आते हैं. वह पार्टी के साथ ही अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के भी वफादार माने जाते हैं.
दिल्ली की कैबिनेट मंत्री और आम आदमी पार्टी की सीनियर लीडर आतिशी मर्लेना भी मुख्यमंत्री पद पर जा सकती हैं
आम आदमी पार्टी प्रमुख मुस्लिम चेहरे हाजी यूनुस को भी सीएम की कुर्सी पर बिठा सकती है. दरअसल, हरियाणा में कुछ ही सप्ताह के बाद चुनाव होना है. इसकी सीमाएं दिल्ली से लगती हैं. हरियाणा में मुसलमानों की आबादी 7 फीसद से ज्यादा है, ऐसे में हाजी यूनुस मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र से विधायक को आम आदमी पार्टी अगर मुख्यमंत्री बनती है तो इसका सीधा-सीधा लाभ आम आदमी पार्टी को मुस्लिम वोटो के रूप में मिलेगा.
रिपोर्ट…. साधना पांडेय दिल्ली