फांसी पर झूली विवाहिता के शव को देख भड़के मायका वाले, ससुराली जनों को घर में बंद कर किया आग के हवाले, घरेलू कलह में गई तीन जान

हृदय विदारक घटना….

Phoolpur express

प्रयागराज। जिले में घरेलू कलह से बेटी की मौत के बाद मृतिका के परिजनों द्वारा सास-ससुर को जिंदा जला दिया गया । जानकारी के अनुसार सोमवार मृत विवाहिता के घरवालों को पता चला कि उनकी बेटी की मौत हो गई है। घरवाले वहां पहुंचे, तो लाश फंदे से लटकता पाया यह दृश्य देखते ही घरवाले आपा से बाहर हो गए। उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। देखते-देखते मुहल्ले के काफी लोग जुट गए। बेटी की लाश को घर के बाहर निकाला। इसके बाद ससुराल वालों से मारपीट की। फिर उन्हें घर में बंद कर दिया और आग लगा दी।

आग लगने की सूचना पर पुलिसकर्मी पहुंचे। जिसके बाद रेस्क्यू कर 5 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, अफरा तफरी के बीच मौके पर फायर ब्रिगेड को भी बुलाया गया। कड़ी मशक्कत के बाद पांच घंटे में टीम ने आग पर काबू पा लिया, टीम घर के अंदर गई, घर में तो दो शव मिले। इनकी पहचान लड़की के ससुर राजेंद्र केसरवानी और सास शोभा देवी के रूप में हुई है। वहीं घटना के बाद मंगलवार सुबह 11 बजे लड़के के घरवालों ने हंगामा कर दिया है। फिलहाल, मौके पर भारी संख्या में फोर्स तैनात है।

धूमनगंज के झलवा की रहने वाली आंशिका केसरवानी की शादी एक साल पहले मुट्ठीगंज के अंशु से हुई थी। सोमवार देर शाम अंशिका ने फांसी लगा ली। रात 9 बजे पति अंशु घर पहुंचा। 11 बजे उसने मृत पत्नी के घरवालों को अंशिका की मौत की सूचना दी। इसके बाद घरवाले मुट्ठीगंज पहुंचे। यहां देखा कि बेटी की लाश फंदे से झूल रही है ,यह देखकर मायके वाले आग बबूला हो गए और लड़की के ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगा ने लगे, इसको लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हो गई। देखते-देखते मारपीट होने लगी। 12 बजे हंगामा बढ़ गया। मायके वालों ने बेटी की लाश को घर के बाहर निकाला। फिर ससुराल वालों को घर में बंद कर आग लगा दी।

अंशु के मकान के नीचे फर्नीचर की दुकान है। गेट बंद कर घर फूंके जाने से अफरा-तफरी मच गई। पड़ोसियों की सूचना पर मुट्ठीगंज समेत कई थानों की फोर्स ने पहुंचकर हालात काबू किए। अंशु के बगल के घरों को भी खाली कराया गया। गुस्साए मायके वालों को पुलिस ने सख्ती कर वहां से हटाया। इसके बाद किसी तरह से 5 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। फायर ब्रिगेड की टीम को बुलाया गया। रात 12 बजे से टीम ने रेस्क्यू शुरू किया। करीब 5 घंटे में दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया। डीसीपी दीपक ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। रात में चार लोगों को हिरासत में लिया गया था। उन्हें थाने में बैठाया गया है। सभी लड़की के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। वारदात के बाद घरवाले फरार हो गए।

अंशिका के मायके वालों का कहना है कि जब से शादी हुई थी, तभी से उसे परेशान किया जा रहा था। एक दिन पहले ही अंशिका ने फोन से बात की थी। वो परेशान थी। हम लोग उससे बात करने के लिए ससुराल आने वाले थे। मगर अंशिका की मौत की खबर मिल गई।

रिपोर्ट…. प्रयागराज ब्यूरो 

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