गीतों और रचनाओं का समारोह; उर्दू के मशहूर शायर गीतकार कैफ़ी आज़मी की 105 वी जयंती

Share

फूलपुर आजमगढ़। उर्दू के मशहूर शायर और गीतकार कैफ़ी आज़मी की 105 वी जयंती रविवार को उनके पैतृक गांव मेजवा स्थिति कैफ़ी आज़मी गर्ल्स कालेज में धूम धाम से मनाई गई। मिजवा सोसाइटी द्वारा आयोजित जयंती समारोह में लोगो ने कैफ़ी आज़मी को दिल से याद किया तो उनके गीतों और रचनाओं को जयंती समारोह को खास बनाया। कैफ़ी के गीत कर चले हम फिदा जानो तन साथियों सुन सभी की आंखे भर आई।

कैफ़ी आज़मी की याद में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम

कार्यक्रम की शुरुआत पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह यादव, चेयर मैन रामाशीष बरनवाल, आशुतोष त्रिपाठी, संयोगिता, गोपाल चिकित्साधिकारी डाक्टर मोहम्मद अजीम, डाक्टर रामाशीष ,रोहित शिवम कुमार, डाक्टर सुभाष चतुर्वेदी, रविंद मौर्य, जीतेंद्र हरि पांडेय, वीरेंद्र यादव भूषण, सेंटर इंचार्ज मनोज प्रजापति, लल्लन प्रिसिपल शीला यादव, सुनील कुशवाहा, आदि ने कैफ़ी आज़मी के चित्र पर मल्यांपन कर किया। डाक्टर मोहम्मद अजीम ने कहा की परिवर्तन लाने का कई तरीका होता है। कैफ़ी साहब अपनी क्रांति करी लेखनी के माध्यम से गरीब असहाय, शोषित और मजदूरों की आवाज को बुलंद किया था। चेयर मैन रामाशीष बरनवाल ने कहा की कैफ़ी आज़मी अपने गांव की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का काम किया है। उन्हे अपनी मिट्टी से काफी लगाव था। जीतेंद्र हरि पांडेय ने कहा की कैफ़ी साहब अपनी रचनाओं के माध्यम से आखिरी पंक्ति में खड़े लोगो को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का काम किया।

पूर्व विधायक श्याम बहादुर यादव ने कैफ़ी साहब की नज़्म पढ़कर महिलाओ को जागरूक किया इस दौरान कैफ़ी की याद में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम फैशन शो, लघु नाटिका सबसे सस्ता गोश्त, एकल गीत, दहेज उन्मूलन, कौव्वाली ,कत्थक नृत्य और जूरो कराते आयोजित किए गए। हरिहरपुर संगीत घराना के वादन कलाकारो ने अपनी स धी हुई प्रस्तुतियों को स्व, कैफ़ी आज़मी के चरणों में समर्पित किया। इस दौरान डाक्टर मोहम्मद अजीम और चेयर मैन राम आशीष बरनवाल ने बालिकाओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। संचालन अध्यापक दिनेश यादव ने किया।

रिपोर्ट, आर हुसैन

Leave a Comment

सबसे ज्यादा पड़ गई