रिपोर्ट रियासत हुसैन
फूलपुर आजमगढ़। फूलपुर कस्बा में सोमवार की रात अंजुमन मसूमियां के तत्वाधान में शब्बेदारी शुरू हुई जो दूसरे दिन मंगलवार को सुबह पांच बजे समाप्त हुई। शब्बेदारी में पूर्वांचल की मशहूर आधा दर्जन से अधिक अंजुमने नौहा मातम कर करबला के शहीदों को नजराना पेश किया। अल विदाई मजलिस के बाद शबीहे ताबूत इमाम हुसैन की बेटी जनाबे सकीना व अलम निकाला गया। शब्बेदारी का आगाज तिलावते पाक से हुआ। पेश ख्वानी जफर आजमी, वसी उल हसन आदि ने किया। मजलिस को मौलाना सज्जाद हुसैन रिजवी ने संबोधित किया। अंजुमन पंजतनी जलालपुर, अंजुमन हैदरिया सुल्तानपुर, अंजुमन हैदरी हल्लौर, अंजुमन अब्बासिया जलालपुर, अंजुमन मोहाफिजे अजा कदीम प्रयागराज, अंजुमन गुलशने अब्बास भादी शाहगंज, अंजुमन गुनचए मजलूमिया फैजाबाद सभी अंजुमनों ने नौहा ख्वानी सीना जनी कर शहीदों को नजराना पेश किया। मौलाना जीशान अली आजमी ने अलविदाई मजलिस में तकरीर करते हुए करबला के शहीदों के मसाएब पढ़े, जिसके बाद इमाम हुसैन की बेटी जनाबे सकीना की शबीह को बरामद किया। इस दौरान सभी की आंखे नम हो गई। संचालन सहर अरशी ने किया। संयोजक जासिम हुसैन ने सभी को शुक्रिया कहा ।
