लोगों के सहयोग और पुलिस की मध्यस्थता से सुलझा विवाद
आजमगढ़ जिले के फूलपुर नगर में रामलीला के आयोजन को लेकर चला आ रहा विवाद आखिरकार सुलझ गया है. लोगों के आपसी सहयोग और कोतवाली प्रभारी की मध्यस्थता से इस साल का ऐतिहासिक रामलीला मंचन और दशहरा मेला आयोजित करने का रास्ता साफ हो गया है.
रामलीला और दशहरा का आयोजन
इस साल, दशहरा और रामलीला दोनों का आयोजन सुरेश गुप्ता की अध्यक्षता में किया जाएगा. उनके नेतृत्व में, एक नई कमेटी भी गठित की गई है. इस कमेटी को रामलीला मैदान बुक करने और आयोजन के लिए जरूरी सभी अधिकार दिए गए हैं.
आय-व्यय का लेखा-जोखा और नई कमेटी का गठन
इस कमेटी की सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि वह रामलीला के आय और व्यय का पूरा लेखा-जोखा रखे. इसके साथ ही, इस कमेटी को आने वाले साल यानी 2026 में भी रामलीला और दशहरा का आयोजन करना होगा.
दशहरा और भरत मिलाप के आयोजन के बाद, यह कमेटी नई कमेटी के गठन के लिए काम करेगी. यदि इस प्रक्रिया में देरी होती है, तो यह कमेटी खुद-ब-खुद भंग हो जाएगी और एक नई कमेटी का गठन किया जाएगा.
शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश
कोतवाली प्रभारी सच्चिदानंद यादव ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए, दशहरा और रामलीला के आयोजन और नई कमेटी के गठन तक किसी भी नए निर्माण को रोकने का निर्देश दिया है.
सुरेश गुप्ता की अध्यक्षता में गठित इस नई कमेटी ने रामलीला और दशहरा की तैयारियों पर काम करना शुरू कर दिया है. इस फैसले से स्थानीय लोगों में खुशी की लहर है.
