भारत में घट रही हिन्दुओं की आबादी……..
फूलपुर एक्सप्रेस
दिल्ली। प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद द्वारा भारत की जनसंख्या के जारी आंकड़े के आधार पर चुनावी सर गर्मी के बीच भूचाल सा आ गया है जहां प्रमुख विपक्षी पार्टियों इन्हें अनावश्यक बताया जा रहा है तो वही भारतीय जनता पार्टी द्वारा जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर भी बहुत छेड़ दिया गया है।
मालूम हो कि प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (EAC-PM) ने भारत समेत अन्य देशों में धर्म आधारित आबादी पर रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 1950 से 2015 के बीच कुल आबादी में हिंदुओं की हिस्सेदारी 7.82 प्रतिशत घट गई। वहीं इस दौरान मुसलमानों की हिस्सेदारी में 43.15 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई।
आबादी में हिंदुओं की हिस्सेदारी घटने का सिलसिला पड़ोसी हिंदू बहुल देश नेपाल में भी देखने को मिला है। हिंदू आबादी अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश मैं तेजी के साथ घट रही है, भारत में सिख आबादी में भी 6.58% व ईसाई धर्म की आबादी में 5.38% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पड़ोसी देशों में बहुसंख्यक समुदाय की आबादी में तेज उछाल देखा गया। अध्ययन के अनुसार, भारत की आबादी में बौद्धों की हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि हुई, लेकिन जैन व पारसियों की संख्या घटी है। जनसंख्या में हिंदुओं की हिस्सेदारी 1950 के 84.68 फीसदी, से घटकर 2015 में 78.06 फीसदी रह गई।(65 वर्ष) में तेज़ी के साथ धार्मिक आधार पर आबादी में हुए बदलवा के कई कारण भी सामने आएं है
हालांकि, 38 इस्लामिक देशों में मुस्लिमों की आबादी में बढ़ोतरी देखी गई है। इस मामले में भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी के मुताबिक इसमें आबादी बढ़ाने की सोच के साथ, धर्म परिवर्तन, अवैध घुसपैठियों का भारतीय करण आदि प्रमुख कारण हैं, और इससे एससी एसटी ओबीसी के आरक्षण जैसी प्रक्रिया पर भी फर्क पड़ेगा, वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि आबादी बढ़ाना गजवा ए हिंद की एक कड़ी है, नेता गिरिराज सिंह ने कहा है कि कांग्रेसियों ने देश को धर्मशाला बना दिया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि वे भारत को इस्लामिक स्टेट बनाना चाहते हैं। वहीं, भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने बताया कि वह इस रिपोर्ट को पढ़ने के बाद से आहत हो गए हैं। उन्होंने कहा, “इस देश में तत्काल प्रभाव से जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करना चाहिए। जब-जब हिंदू घटा है तो देश बंटा है। 4 बीबी और 40 बच्चे इस देश नहीं चलेगा।”
विश्व के 167 देशों विश्लेषण के बाद आए रुझानों में या तथ्य सामने राजनीतिक हल्का में खलबली मच गई है, प्रियंका गांधी ने जहां कहा कि कहां से आए आंकड़े, यह फर्जी आंकड़े हैं सरकार मुद्दों पर बात नहीं करना चाहती। बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस रिपोर्ट को देश की जनता को भ्रम में डालने वाला और नफरत फैलाने वाला करार दिया है, सपा सांसद एस टी हसन ने कहा कि यह भाजपा का चुनावी स्टंट है, यह आंकड़े पहले कियूं नहीं आए।
इकोनॉमिक एडवायजरी काउंसिल टू प्राइम मिनिस्टर (EAC-PM) की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि भारत में हिंदुओं की आबादी घटी है। इस रिपोर्ट का मकसद किसी देश की जनसांख्यिकी में परिवर्तन होने पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया और शासन पर होने वाले असर का आंकलन करना है।