न्यायालय में विचाराधीन जमीन पर गरजा बुलडोजर, “एसडीएम की कार्यवाही” धर्मशाला की भूमिका पर उठे सवाल
आजमगढ़। जिले के फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के जगदीशपुर गांव में सोमवार देर शाम उस वक्त हड़कंप मच गया, जब निजामाबाद के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में एक पुराने धर्मशाला पर बुलडोजर चलवा दिया। इस कार्रवाई का ग्रामीणों और स्थानीय भाजपा नेताओं ने कड़ा विरोध किया है। बताया जा रहा है कि यह मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है, जिसके बावजूद की गई इस कार्रवाई ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मामले ने तूल तब पकड़ा जब जगदीशपुर के ग्राम प्रधान बृजभान यादव और भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की। शिकायत का संज्ञान लेते हुए मंगलवार को अपर कमिश्नर और एडीएम (प्रशासन) ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है।
ग्राम प्रधान बृजभान यादव ने बताया कि जगदीशपुर स्थित शिव मंदिर, धर्मशाला, पोखरी और भीटा की जमीन काफी पुरानी और सार्वजनिक महत्व की है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ भू-माफियाओं की इस कीमती जमीन पर नजर है और वे प्रशासनिक मिलीभगत से इस पर कब्जा करने की कोशिश करते रहे हैं। पहले भी मंदिर के बगल की जमीन पर निशानदेही कर कब्जा किया जा चुका है।
सोमवार को एसडीएम निजामाबाद, सुनील कुमार धनवंता, पुलिस बल के साथ पहुंचे और ग्रामीणों के विरोध के बावजूद जबरन धर्मशाला को गिराने की कार्रवाई शुरू कर दी। बुलडोजर से धर्मशाला की एक तरफ की दीवार और छत को गिरा दिया गया। जब ग्रामीणों का विरोध तेज हुआ और मामला डीएम और कमिश्नर तक पहुंचा, तब जाकर एसडीएम पीछे हटे।
प्रधान बृजभान यादव ने जोर देकर कहा कि इस जमीन का मुकदमा हाईकोर्ट में लंबित है। इसके बावजूद तहसील प्रशासन और पुलिस बार-बार इस ऐतिहासिक धरोहर को नष्ट करने का प्रयास कर रही है। वहीं, भाजपा नेता सूरज प्रकाश श्रीवास्तव ने भी प्रशासन की इस कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।
फिलहाल, उच्चाधिकारियों की जांच टीम ने सभी पक्षों से बात कर साक्ष्य जुटाए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि किन परिस्थितियों में और किसके आदेश पर यह कार्रवाई की गई। गांव के लोगों का विरोध और डीएम और कमिश्नर के आदेश के बाद किसी ढंग से एसडीएम वापस हुए। कमिश्नर के आदेश पर अपर कमिश्नर, एडीएम और भाजपा के पूर्व लालगंज जिलाध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव ने मौके पर पहुंचकर सभी तथ्यों की जांच पड़ताल किया।इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है।
